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जग्गी मर्डर केस: कोर्ट में 2 आरोपियों ने किया सरेंडर, 5 को मिली सुप्रीम कोर्ट से राहत, अमित जोगी के आने वाले दिनों बढ़ेगी मुश्किलें

रायपुर 15 अप्रैल 2024। जग्गी हत्याकांड में आज सिर्फ दो आरोपियों से ही कोर्ट में सरेंडर किया। हालांकि चर्चा थी कि सभी 28 आरोपी आज सरेंडर कर देंगे। कोर्ट के सामाने 28 आरोपियों में सिर्फ दो ही आरोपी विनोद सिंह और चिमन सिंह ने सरेंडर किया,. बाकी 26 आप ई कोर्ट में सरेंडर नहीं किया  है। NCP नेता रामावतार जग्गी मर्डर केस के 2 दोषियों ने सोमवार को रायपुर में विशेष न्यायाधीश पंकज कुमार सिन्हा की कोर्ट में सरेंडर किया।

छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट ने 4 अप्रैल को 27 दोषियों की अपील खारिज कर दी थी। हालांकि इनमें से 5 दोषियों को सुप्रीम कोर्ट से राहत मिल गई है।सर्वोच्च न्यायालय ने इन दोषियों को सरेंडर के लिए 3 सप्ताह का अतिरिक्त समय दिया है। इनमें क्राइम ब्रांच के प्रभारी रहे आरसी त्रिवेदी, तत्कालीन मौदहापारा थाना प्रभारी वीके पांडे, CSP कोतवाली अमरीक सिंह गिल, सूर्यकांत तिवारी सहित मेयर एजाज ढेबर के भाई याहया ढेबर शामिल है।

खबरै है कि इसके खिलाफ कोर्ट आज गिरफ्तारी वारंट जारी कर सकती है। सरेंडर करने के बाद शूटर चिमन सिंह और विनोद सिंह ने कहा कि हमे नोटिस मिला था तो हमने सरेंडर किया। दोनों ने कहा कि सिर्फ कहानी के आधार पर उन्हें आरोपी बनाया गया।  उन्हें कोई सुपारी नहीं दी गयी।

शूटर ने कहा कि उनके जोगी जी से पारिवारिक संबंध है मैं ऐसा करूंगा… मैं बिजनेसमैन आदमी हूं या मेरा पहला केस  है…हिंदुस्तान में कोई रिकॉर्ड नहीं है…सुप्रीम कोर्ट जाऊंगा। वहीं कोर्ट पहुंचे राम अवतार जग्गी के सुपुत्र सतीश जग्गी ने कहा कि दिनभर कोर्ट की कार्यवाही देख रहे थे, जो शूटर है चिमन सिंह और उनके सहयोगी विनोद सिंह ने आज सरेंडर किया है। 5 बजे तक कोर्ट देखेगी और उसके बाद कोर्ट आदेश जारी करेगी जिसका इतंजार है।

सतीश जग्गी ने कहा कि पुलिस ने जो चार्जशीट दर्ज की है उसी के आधार पर आरोपी तय हुए हैं। वहीं .5 आरोपियों को सुप्रीम कोर्ट से तीन हफ्ते का राहत मिलने पर सतीश जग्गी ने कहा कि किसी भी आरोपी को राहत नहीं मिल सकती है., इसे मोहलत जरूर कह सकते हैं।

आपको बता दें कि छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट ने 4 अप्रैल को 27 दोषियों की अपील खारिज कर दी थी। हालांकि इनमें से 5 दोषियों को सुप्रीम कोर्ट से राहत मिल गई है।सर्वोच्च न्यायालय ने इन दोषियों को सरेंडर के लिए 3 सप्ताह का अतिरिक्त समय दिया है। इनमें क्राइम ब्रांच के प्रभारी रहे आरसी त्रिवेदी, तत्कालीन मौदहापारा थाना प्रभारी वीके पांडे, CSP कोतवाली अमरीक सिंह गिल, सूर्यकांत तिवारी सहित मेयर एजाज ढेबर के भाई याहया ढेबर शामिल है।

 

 

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