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प्रमोशन ब्रेकिंग : शिक्षक प्रमोशन में अनूठी पहल, एकल व शिक्षक विहीन स्कूलों में पदोन्नति के लिए वरीयता क्रम की पाबंदी नहीं,

बिलासपुर 27 अप्रैल 2023। प्रदेश के सभी संभागों में शिक्षक प्रमोेशन की प्रक्रिया चल रही प्रक्रिया के बीच बिलासपुर संभाग में भी पदोन्नति की प्रक्रिया जारी है। इसी कड़ी में संयुक्त संचालक एसके प्रसाद ने प्रमोशन में एक अनूठा प्रयोग किया है। शासन की मंशा के अनुरूप एकल शिक्षकीय और शिक्षक विहीन स्कूलों में पदों को भरने के लिए संयुक्त संचालक ने सूची जारी की है। ये सूची एकल शिक्षकीय और शिक्षक विहीन स्कूलों की सूची है। इस सूची को जारी करने का मकसद ये है कि अगर कोई शिक्षक अपनी इच्छा से इन शिक्षक विहीन और एकल शिक्षकीय स्कूलों में जाना चाहता है तो वो वरीष्ठता क्रम की पाबंदी से उसे छूट मिलेगी।

मतलब ये कि अगर कोई शिक्षक वरिष्ठता क्रम में नीचे भी है और वो इन एकल शिक्षकीय और शिक्षक विहीन स्कूलों के लिए अपनी सहमति देकर पदोन्नती पा सकता है। शर्त सिर्फ ये होगी, कि वो प्रमोशन का पात्र हो… । शिक्षा विभाग की तरफ से निर्देश दिया गया था कि एकल शिक्षकीय और शिक्षक विहीन स्कूलों में पदोन्नति से पद भरे जायें, बाजवूद कई संभाग के दर्जनों एकल शिक्षकीय और शिक्षक विहीन स्कूलों में पद खाली हैं। कई संभाग में कोशिश के बावजूद एकल और शिक्षक विहीन स्कूल अभी भी खाली ही पड़े हैं।

लिहाजा, संयुक्त संचालक एसके प्रसाद ने एकल शिक्षक और शिक्षक विहीन स्कूलों में पद भरने को लेकर ये अनूठा प्रयोग किया है। संयुक्त संचालक ने इसे लेकर 28 अप्रैल से लेकर 9 मई तक का वक्त दिया है। कल से शुरू हो रही प्रमोशन प्रक्रिया में हर दिन इन एकल शिक्षकीय और शिक्षक विहीन स्कूलों की सूची पदोन्नति के पात्र शिक्षकों के सामने रखी जायेगी। अगर कोई निचले क्रम की वरीयता में आने वाला शिक्षक भी अपनी सहमति इन स्कूलों में जाने को लेकर देता है, तो उसे वो स्कूल तुरंत आवंटित कर दिया जायेगा।

इस मामले में NW न्यूज से बात करते हुए बिलासपुर के संयुक्त संचालक एसके प्रसाद ने बताया कि …

“हमने एकल और शिक्षक विहीन स्कूलों की सूची दी है, इसका सीधा मतलब यही है कि शासन की मंशा के अनुरूप उन स्कूलों में शिक्षकों के पद भरे जायें। अगर विभाग की तरफ से उन्हें दिया जायेगा, तो ज्यादा संभावना ये है कि वो या तो उसे लेगा नहीं और लिया भी तो ज्वाइन करेगा नहीं, इसलिए हमने एक पहल की है कि शिक्षक अपनी पसंद से इन एकल शिक्षक और शिक्षक विहीन स्कूलों का चयन करें, इसके लिए वरीष्ठता क्रम को शिथिल किया है, कोई निचले क्रम का शिक्षक भी खुद से सहमति देता है कि वो इन एकल शिक्षक और शिक्षक विहीन स्कूल में जाना चाहता है, तो वो स्कूल आवंटित किया जायेगा। उम्मीद है कि इसका सकारात्मक परिणाम मिलेगा”

एसके प्रसाद, संयुक्त संचालक, बिलासपुर

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