ब्यूरोक्रेट्स

PSC का डिप्टी सेक्रेटरी 1 करोड़ घूस लेने के मामले गिरफ्तार……डेंटल की परीक्षा पास कराने के नाम पर ली थी घूस…..असिस्टेंट के पास भी मिले 1.8 करोड़… अब तक 2 करोड़ 10 लाख….

चंडीगढ़ 20 नवंबर 2021। PSC के डिप्टी सेक्रेटरी 1 करोड़  घूस लेने के मामले में गिरफ्तार किया गया है। स्टेट विजिलेंस ने डिप्टी सेक्रेटरी को रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया है। आरोप है कि उन्होंने डेंटल सर्जन की भर्ती के लिए लिखित परीक्षा में नंबर बढ़ाने के लिए करोड़ों रुपये की रिश्वत ली थी।
जानकारी के अनुसार, डेंटल सर्जन की भर्ती ये परीक्षा 26 सितंबर को हुई थी. इस मामले में विजिलेंस ने 17 नवंबर को एफआईआर दर्ज की थी.। डिप्टी सेक्रेटरी अनिल नागर के अलग-अलग ठिकानों से  1 करोड़ 2 लाख और उनके असिस्टेंट के ठिकानों से 1 करोड़ 8 लाख रुपए बरामद किए गए हैं। 2 दिनों में अभी तक 2 करोड 10 लाख बरामद हो चुके है। गिरफ्तार डिप्टी सेक्रटरी कई जिलों में SDM रह चुके हैं। हाल ही में उनकी पोस्टिंग PSC में हुई थी।

उप सचिव अनिल नागर समेत तीन लोगों से अब तक एक करोड़ आठ लाख रुपये बरामद किए हैं। आरोप है कि यह रकम डेंटल सर्जन भर्ती की लिखित परीक्षा में नंबर बढ़ाने के लिए ली गई थी। छापे में नागर के सहयोगी झज्जर निवासी अश्वनी के घर से एक करोड़ 7 लाख, 97 हजार रुपये की राशि बरामद की है। देर रात तक नागर के एक अन्य सहयोगी के घर पर सर्च अभियान चलता रहा। विजिलेंस अधिकारियों का कहना है कि यहां से भी और अधिक राशि बरामद हो सकती है।

एचपीएससी की ओर से डेंटल सर्जन के 81 पदों पर भर्ती की जानी है। इसके लिए 26 सितंबर को लिखित परीक्षा हो चुकी है। इसी परीक्षा में नंबर बढ़ाने को लेकर पैसे लेने का खेल चल रहा था। विजिलेंस के पास इसकी शिकायत पहुंची थी। इसी आधार पर बुधवार को विजिलेंस ने आयोग से जुड़ी सॉफ्टवेयर एजेंसी के कर्मचारी नवीन को 20 लाख रुपये के साथ गिरफ्तार किया था।

भिवानी निवासी नवीन ने यह रकम डेंटल सर्जन की लिखित परीक्षा में नंबर बढ़ाने के नाम पर रिश्वत के तौर पर ली थी। नवीन की सॉफ्टवेयर एजेंसी का कार्यालय पंचकूला के सेक्टर 11 में है। गुरुवार को नवीन के खिलाफ केस दर्ज कर उसे चार दिन के रिमांड पर लिया गया। पूछताछ में नवीन ने आयोग के बारे में कई खुलासे किए हैं। इसी आधार पर विजिलेंस अश्वनी के घर पहुंची और वहां से राशि बरामद की। अश्वनी ने पूछताछ में बताया कि यह राशि एचसीएस अधिकारी अनिल नागर की है।

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