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CG- OBC आबादी में साहू समाज का वर्चस्व, कुर्मी समाज सिर्फ 6.69 प्रतिशत, क्वांटिफाइबल डाटा आयोग की रिपोर्ट हुई लीक, देखिये किस जाति की कितनी आबादी

Quantifiable Data Commission report leaked :पूर्व की कांग्रेस सरकार ने जिस क्वांटिफाइबल डाटा आयोग की रिपोर्ट को सार्वजनिक किए बगैर उसके आधार पर विधानसभा में आरक्षण (संशोधन) विधेयक पारित कराया था। उस पर भाजपा सरकार आने के बाद अब फिर से सवाल उठ रहा हैं। अब इस क्वांटिफाइबल डाटा आयोग की रिपोर्ट लीक हो चुकी है। लीक हुई रिपोर्ट के कुछ हिस्सों में चौंकाने वाली जानकारी समाने आई है।

क्वांटिफाइबल डाटा आयोग ने छत्तीसगढ़ में OBC में शामिल 95 जातियों और उपजातियों की जनसंख्या की जो गणना की है, उसमें OBC आबादी में साहू जाति सबसे पहले नंबर पर है। वही दूसरे नंबर पर यादव जाति, तीसरे नंबर पर ढीमर जाति, चौथे नंबर पर मरार जाति, और पांचवें नंबर पर कुर्मी जाति है। क्वांटिफिएबल डाटा आयोग की रिपोर्ट का मुद्दा कुछ दिनों पहले विधानसभा में भी उठा था।

इस पर चर्चा के बाद CM विष्णु देव साय ने आश्वासन दिया था कि आयोग की रिपोर्ट को सार्वजनिक करने पर विचार किया जाएगा। क्वांटिफाइबल डाटा की लीक रिपोर्ट पर भाजपा ने कहा कि बीजेपी पहले भी कहती थी की क्वांटिफाइबल डाटा को सामने लाए। क्वांटिफाइबल डाटा का लीक का परसेंटेज दिखाई दे रहा है। इसलिए कांग्रेस लीक नहीं करती थी, आरक्षण का बेस क्वांटिफाइबल डाटा है.जो रिपोर्ट लीक हुई है वह भूपेश सरकार के लिए मुफीद नहीं थी।

इन जातियों की है आबादी

  • साहू जाति पहले नंबर के साथ, 30,05,661( संख्या में), OBC आबादी की 24 फीसदी
  • यादव जाति दूसरे नंबर के साथ,22,67,500 (संख्या में), OBC आबादी की 18.12 फीसदी
  • ढीमर जाति तीसरे नंबर के साथ,11,91,818 (संख्या में), OBC आबादी की 9.52 फीसदी
  • मरार जाति चौथे नंबर के साथ,8,37,225 (संख्या में), OBC आबादी की 7.18 फीसदी
  • कुर्मी जाति पांचवे नंबर के साथ,8,37,225 (संख्या में), OBC आबादी की 6.69 फीसदी

 

पूर्ववर्ती सरकार ने राज्य में OBC के आरक्षण प्रतिशत में वृद्धि करने के लिए इस वर्ग में शामिल जातियों की गणना करवाई थी। इसके लिए छविलाल पटेल की अध्यक्षता में क्वांटिफाइबल डाटा आयोग का गठन किया गया था। मामले में कांग्रेस का कहना है कि क्वांटिफाइबल डाटा आयोग का गठन हमने OBC समाज के लोगों को उनका अधिकार दिलाने के लिए किया था। क्वांटिफाइबल डाटा के रिपोर्ट के अनुसार हमने OBC वर्ग को 27% आरक्षण दिया था वहीं SC को 13% , St को 32% और EWS को 4% आरक्षण का प्रावधान किया था।यह आरक्षण भाजपा के षड्यंत्र के कारण राजभवन में आज भी लंबित है।डाटा आयोग की रिर्पोट में कौन कितने नंबर पर है यह कभी विवाद का विषय नहीं है। केंद्र और राज्य सरकार से हम मांग करते हैं जो विधानसभा में विधायक सर्वसम्मति से पारित किया गया था उसे पूर्ण रूप दें।

बहरहाल, क्वांटिफाइबल डाटा आयोग की रिपोर्ट के कुछ हिस्से लीक होने से ओबीसी आबादी की गणना की जानकारी बाहर आ गई है। इसमें अलग-अलग जातियों की जनसंख्या में आंकड़े चौंकाने वाले हैं। अब तक यह माना जा रहा था कि ओबीसी में कुर्मी, चन्द्रनाडू, गभेल समाज से जुड़ी जातियों की आबादी दूसरे तीसरे नंबर पर है। लेकिन आबादी अनुपात में कुर्मी ओबीसी वर्ग में 8 लाख 37 हजार आबादी के साथ पांचवें नंबर पर है। इन आंकड़ों से इतर छत्तीसगढ़ की राजनीति में ओबीसी जाति की बात हो तो हमेशा से साहू और कुर्मी जाति का वर्चस्व बना रहा है।

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