हेडलाइन

संजय राउत को कोर्ट से मिला बेल, मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी ने गिरफ्तार कर भेजा था जेल, तीन महीने बाद जेल से हुई रिहाई, बाहर आते ही राउत ने कहा……

मुंबई 10 नवंबर 2022। शिवसेना नेता संजय राउत को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में न्यायालय से बुधवार को जमानत मिलने के बाद जेल से बाहर आ गए हैं। ईडी की ओर से 1 अगस्त को संजय राउत को गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद करीब तीन महीने बाद जमानत मिली है। संजय राऊत को कोर्ट से 2 लाख के मुचलके पर जमानत दिया गया हैं। वहीं इडी की तरफ से फैसले पर स्टे की मांग की गयी थी। लेकिन अदालत ने मांग को खारिज कर दिया गया। ईडी ने कोर्ट के फैसले के खिलाफ अपील करने के लिए समय मांगा थाण्। जिसे अदालत ने स्वीकार नहीं किया। बताया जा रहा हैं कि अदालत ने एजेंसी को शिवसेना नेता की गिरफ्तारी को लेकर फटकार भी लगायी हैं।

गौरतलब है कि कोर्ट ने जैसे ही संजय राउत को जमानत का ऐलान किया। उनके समर्थकों ने तालियां बजाईं, कोर्ट ने 21 अक्टूबर को जमानत याचिका पर दोनों तरफ की दलीलें सुनने के बाद फैसला सुरक्षित रख लिया था। संजय राउत का जेल से निकलने पर कार्यकर्ताओं ने जोरदार स्वागत किया। भांडुप में घर पहुंचने के बाद संजय राऊत का भव्य स्वागत किया गया। वहां मंच बनाया गया था और बैनर पर लिखा था सत्यमेव जयते। इस अवसर पर हजारों शिवसैनिक वहां उपस्थित थे और पटाखे फोड़कर जश्न मनाया गया। संजय राऊत ने इस अवसर पर बोलते हुए कहा कि 100 दिन बाद भी सभी ने मुझे याद किया इसलिए मैं सभी का आभारी हूं।

मुंबई ही नही पूरे महाराष्ट्र के शिवसैनिक खुश हैं, यही से मुझे गिरफ्तार कर ले जाया गया था। तब मैने कहा था मरना पसंद करूंगा लेकिन शरण नही जाऊंगा। तीन महीने में शिवसेना को तोड़ने और बरबाद करने का काफी प्रयास किया गया, लेकिन शिवसेना टूटी नही है। ये बुलंद शिवसेना है, मशाल जल चुकी हैं। मुझे गिरफ्तार कर उन्होंने सबसे बड़ी गलती की है, ये अब उन्हें पता चलेगा। संजय राउत ने अपने समर्थको को मंच से बताया कि कोर्ट ने अपने आदेश में कहा है कि ये गिरफ्तारी अवैध है। मेरी गिरफ्तारी का आदेश दिल्ली से आया था कि उसे अंदर डालो हमारी सरकार आ जाएगी।

संजय राउत ने सार्वजनिक रूप से कहा कि मुझे कितनी बार भी गिरफ्तार करो मैं शिवसेना नही छोडूंगा। गद्दारों को बालासाहब का नाम लेने का अधिकार नहीं है। मुंबई अपने कब्जे में लेने के लिए शिवसेना को तोड़ने का प्रयत्न किया गया। जब मुझे गिरफ्तार किया तब सब रोए थे, लेकिन अब कोई नही रोएगा अब लड़ेंगे। मुझे 103 दिन जेल में रखा गया अब 103 विधायक चुन कर लाएंगे। मेरी गिरफ्तारी से शुरुआत हुई हैं, अब मैं छूट गया हूं, अब रुकना नही है।

Back to top button