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रेप के आरोपी सीनियर IAS अधिकारी पर गिरी गाज,…गृह मंत्रालय ने किया सस्पेंड….

नई दिल्ली 18 अक्टूबर 2022 : अंडमान और निकोबार कैडर के सीनियर आईएएस अफसर और पूर्व मुख्य सचिव जितेंद्र नारायण को केंद्रीय गृह मंत्रालय (MHA) ने सोमवार को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया है। जितेंद्र नारायण समेत एक अन्य अफसर के खिलाफ एक लड़की ने नौकरी का झांसा देकर रेप करने का आरोप लगाया था। स्थानीय पुलिस ने जांच के बाद 16 अक्टूबर को गृह मंत्रालय को अवगत कराया, जिसके बाद मामले में केंद्रीय गृह मंत्री ने सख्त कार्रवाई के निर्देश जारी किए थे।

रेप के आरोपी एक सीनियर आईएएस अधिकारी पर गृह मंत्रालय ने सख्त कार्रवाई की है। अंडमान नीकोबार द्वीपसमूह मे तैनात एजीएमयूटी कैडर के आईएएस अधिकारी को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया गया है। अधिकारी जितेंद्र नारायण के बारे में शिकायत रविवार को ही केंद्र को मिली थी। पुलिस ने शिकायत में कहा था कि जितेंद्र नारायण एक महिला के साथ यौन प्रताड़ना के आरोपी हैं।

पोर्ट ब्लेयर के मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट के आदेश पर पुलिस ने इस महीने की शुरुआत में युवती से मिली तहरीर के आधार पर मामला दर्ज किया। अदालत ने युवती की शिकायत पर संज्ञान लिया, जिसमें आरोप लगाया गया है कि 1990 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के अधिकारी व तत्कालीन मुख्य सचिव जितेंद्र नारायण, श्रम आयुक्त आर. एल. ऋषि ने उसके साथ गैंगरेप किया है और एक पुलिस अधिकारी तथा एक होटल के मालिक ने इस अपराध में उनका साथ दिया है। अदालत ने 30 अगस्त को इस मामले में जांच का आदेश भी दिया।

अबरदीन थाने में इस संबंध में मामला दर्ज किया गया है और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में गठित विशेष जांच दल (एसआईटी) नारायण के खिलाफ मामले की जांच कर रहा है। नारायण फिलहाल दिल्ली वित्त आयोग में अध्यक्ष व प्रबंध निदेशक के पद पर हैं।

इस मामले में जितेंद्र नारायण के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। वह द्वीपसमूह में मुख्य सचिव के रूप में कार्यरत थे। केंद्रीय गृहमंत्री ने अधिकारी के खिलाफ तत्काल कानूनी कार्रवाई करने के भी आदेश दिए हैं। वर्तमान में जितेंद्र नारायण दिल्ली वित्तीय निगम के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक के रूप में तैनात थे।

महिला ने आरोप लगाया था कि उसके साथ दुराचार में एक अन्य अधिकारी भी शामिल था। कुछ दिन पहले इस मामले में जितेंद्र नारायण ने कहा था कि मामला अदालत में है इसलिए वह कोई टिप्पणी नहीं करना चाहते। पीड़िता ने मुख्य मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट के सामने अपना बयान दर्ज करवाया था। उसका कहना था कि वह नौकरी की तलाश कर रही थी तभी होटल मालिक के माध्यम से वह एक शख्स से मिली जो उसे लेकर आईएएस अधिकारी के घर गया था। उसने दावा किया कि घर पर ही उसके साथ रेप किया गया।

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