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“सेवा, संघर्ष, बलिदान, सबसे पहले हिंदुस्तान” …अधिवेशन में खरगे ने दिया कांग्रेस को नया नारा, वो कविता भी पढ़ी, जिसे सदन की कार्यवाही से डिलीट कर दिया गया था

रायपुर 25 फरवरी 2023। “सेवा, संघर्ष, बलिदान, सबसे पहले हिंदुस्तान” कांग्रेस के 85वें राष्ट्रीय महाधिवेशन के दूसरे दिन राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने यही नारा दिया। खड़गे ने कहा कि दिल्ली की सरकार का DNA गरीब विरोधी है। उन्होंने कहा कि SC, ST, OBC, अल्पसंख्यक के 8 वी तक के बच्चों की छात्रवृत्ति बंद कर दी। उन्होंने अपने संबोधन में राहुल गांधी की जमकर तारीफ की, उन्होंने कहा कि राहुल गांधी को धन्यवाद देना चाहूंगा कि वे करोड़ों लोगों की उम्मीद हैं। उन्होंने देशवासियों की टूटती उम्मीदों के बीच रोशनी और संघर्ष की नयी मशाल जलाई है। भारत जोड़ो यात्रा, देश में फैले अंधकार के बीच उम्मीदों के सूरज का नाम है। राहुल जी ने असंभव को संभव कर दिखाया। ना आंधी की परवाह की ना बरसात, ना बवंडर की चिंता की। भारत जोड़ो में करोड़ों लोग आपके साथ चले। मैं आशा करता हूं कि भविष्य में भी राहुल इसी तरह मार्गदर्शन करते रहें।

उन्होंने कहा कि दिल्ली के प्रधानसेवक अपने मित्र की सेवा कर रहे हैं। खड़गे ने हरिवंशराय की कविता पढ़ी। कांग्रेस के 85वें राष्ट्रीय महाधिवेशन के दूसरे दिन राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने केंद्र की भाजपा सरकार पर प्रहार किया। खड़गे ने कहा कि आज सेंट्रल एजेंसी की मदद से चुनी हुई सरकारों को गिराया जा रहा है। यहां तक कि कांग्रेस महाधिवेशन को रोकने की कोशिश की गई, लेकिन छत्तीसगढ़ के चीफ मिनिस्टर और कांग्रेस नेताओं ने डटकर मुकाबला किया। ऐसे लड़ना और मुकाबला करना सीखना होगा, रोने से काम नहीं चलेगा। खड़गे ने अडानी-अंबानी का नाम लिए बिना भी केंद्र सरकार और पीएम नरेंद्र मोदी पर हमला बोला।

अल्पसंख्यक हमारे साथी आत्मसम्मान, सुरक्षा की लड़ाई लड़ रहे हैं। आदिवासियों पर अत्याचार 31 प्रतिशत बढ़ गए हैं। कोई कार्रवाई नहीं करता, वोट लेने के लिए पिछड़ों की बात करते हैं, लेकिन लाखों आदिवासियों, पिछड़ों के रिजर्वेशन की नौकरी निजीकरण के कारण चली जा रही है। फूड सिक्यूरिटी का 90 हजार करोड़ रुपए काट दिया। भाजपा की यह सरकार गरीबों के मुंह से निवाला छीन रही है, इनके मित्रों का पेट भर रहा है। दिल्ली सरकार में बैठे लोगों का डीएनए गरीब विरोधी है।

मल्लिकार्जुन खड़गे बोले, कोरोना के दौरान सरकार के गलत निर्णयों से दो करोड़ से अधिक रोजगार गया। गलत तरीके से बनाई और लागू की गई जीएसटी ने व्यापारियों का व्यापार चौपट कर दिया।मुठ्ठी भर लोगों की दौलत में इतनी बढ़ोतरी हुई कि वे दुनिया के दूसरे नंबर के अमीर हो गए। मजदूर की आय 27 रुपए है और प्रधानमंत्री के एक दोस्त की आय 1 हजार करोड़ रुपए प्रति दिन है। 1000 से ज्यादा प्रतिशत आय बढ़ी उनके दोस्त की। प्रधानमंत्री एक कर 70 साल से बनाई संपत्ति को अपने मित्रों के हवाले कर रहे हैं। आकाश, धरती, पाताल सब बेच रहे हैं। एलआईसी और स्टेट बैंक ऑफ इंडिया बच पाएगा या नहीं इसकी भी चिंता है।

खरगे ने पढ़ी कविता

नजर नहीं है नजारों की बात करते हैं
जमीं पर चांद सितारों की बात करते हैं
वो हाथ जोड़कर बस्ती को लूटने वाले
भरी सभा में सुधारों की बात करते हैं
बड़ी हसीन है उनके जबान की जादू
लगाकर आग बहारों की बात करते हैं

AICC अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने वह कविता पढ़ी जिसे सदन की कार्यवाही से डिलीट कर दिया गया था। उन्होंने बताया कि इसी कविता को असंवैधानिक बताते हुए उनकी सैलरी भी काट ली गई। उन्होंने पूछा कि इस कविता में क्या गलत है।

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