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शिक्षक प्रमोशन बना मजाक : हर संभाग में अलग-अलग नियम….एक संभाग ने प्रमोशन के लिए बताया पात्र… दूसरे संभाग में प्रमोशन के बाद भी आदेश कर दिया निरस्त…

रायपुर 1 नवंबर 2022। शिक्षक प्रमोशन में हर संभाग और हर जिला अपने तरीके से नियम बना रहा है। प्रमोशन के पहले भी ऐसा ही हाल था और अब जब प्रधान पाठक प्रमोशन की प्रक्रिया आधे से ज्यादा जिलों में हो चुकी है, तो भी यही सिलसिला जारी है। फिर चाहे बात स्थानांतरण से सीनिरिटी प्रभावित होने का मामला हो, डबल स्नातक का मामला हो, अंग्रेजी को भी संस्कृत की तरह रियायत देने की बात हो या फिर ताजा तरीन प्रकरण सहायक शिक्षक विज्ञान प्रयोगशाला के प्रमोशन का हो। हर संभाग और हर जिला अपने स्तर से नियम की व्याख्या कर रहा है।

दरअसल रायपुर संभाग के महासमुंद में सहायक शिक्षक विज्ञान प्रयोगशाला के प्रमोशन के गलत करार दिया जा रहा है और पदोन्नत हो चुके प्रधान पाठक का प्रमोशन रद्द किया जा रहा है। आज ही एक प्रमोशन निरस्त का आदेश भी सार्वजनिक हुआ है, जिसमें ये कहा गया है कि सहायक शिक्षक विज्ञान प्रयोगशाला का प्रमोशन हो गया था, जिसे निरस्त किया जा रहा है। जाहिर है महासमुंद में सहायक शिक्षक विज्ञान प्रयोगशाला के प्रमोशन को महासमुंद डीईओ की तरफ से गलत माना जा रहा है।

जबकि बिलासपुर संयुक्त संचालक ने पिछले महीने ही 6 अक्टूबर को एक आदेश जारी कर कहा था कि सहायक शिक्षक विज्ञान प्रयोगशाला और सहायक शिक्षक एलबी का पदनाम एक ही है, इसलिए उन्हें भी पदोन्नति की पात्रता होगी। ऐसे में जब एक संभाग सहायक शिक्षक विज्ञान प्रयोगशाला के प्रमोशन को सही बता रहा है, तो फिर उसी राज्य के दूसरे संभाग में प्रमोशन को गलत क्यों ठहराया जा रहा है।

वो भी तब जब दुर्ग संभाग के ही कई जिलों में सहायक शिक्षक विज्ञान प्रयोगशाला का भी प्रधान पाठक के पद पर प्रमोशन हो चुका है। ऐसे में प्रमोशन में दोहरा मापदंड अधिकारियों के मंशा पर सवाल खड़े कर रहा है। एक ही राज्य में, एक ही विभाग में प्रंमोशन के अलग-अलग नियम से साफ हो चला है कि अधिकारी मनमर्जी तरीके से नियम बनाते हैं और उसे तोड़ते हैं।

आपको बता दें कि सहायक शिक्षकों के प्रमोशन को लेकर महासमुंद पहले से ही काफी बदनाम हो चुका है। अफसरों की मंशा प्रमोशन को लेकर सवालों में हैं। बिना अंतिम सीनियरिटी लिस्ट जारी किये प्रमोशन, डीपीआई के निर्देश को ठेंगा दिखाकर प्रमोशन जैसे कई गंभीर आरोप महासमुंद की प्रमोशन व पोस्टिंग लिस्ट पर है, बावजूद अभी तक शिकायतों को लेकर विभाग ने किसी तरह की सुनवाई नहीं की है।

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