शिक्षक/कर्मचारी

प्रमुख सचिव का बयान निंदनीय….ऋषि राजपूत बोले, तुरंत बयान लेना चाहिये वापस

रायपुर 3 जुलाई 2022। प्रमुख सचिव शिक्षा आलोक शुक्ला का शिक्षकों को निकम्मा कहने के बयान को वापस लेने की मांग प्रदेश के कर्मचारी नेता एवं सहायक शिक्षक आम मोर्चा के प्रांतीय संयोजक ऋषि राजपूत ने की है। ऋषि राजपूत ने कहा कि शिक्षक समस्याओं को दूर करने विभागीय, अंतर्विभागीय कमेटी की रिपोर्ट समय पार होने के दस माह बाद भी नहीं दी गई है। इसमे प्रमुख सचिव की कमी स्पष्ट होती है कि नहीं? ना पदोन्नति को सही दिशा दी गई, ना वेतन विसंगति का निराकरण किया गया। प्रमुख सचिव की जिम्मेदारी शिक्षक संवर्ग के प्रति बनती थी जो संतोषप्रद नहीं रहा।

समाज में खुले तौर पर शिक्षकों के लिए अपमानजनक शब्दों के प्रयोग से शिक्षकों को अपना आदर्श मानने वाले समाज, विद्यार्थी , प्रदेश के प्रत्येक गांव और शिक्षा पर नकारात्मक असर पडता है। प्रदेश का प्रत्येक गांव स्कूल और शिक्षकों से जुडा है। उन्हे मालूम है शिक्षक को हमेशा अनेक योजनाओं परियोजनाओं, तात्कालिक गैर शिक्षकीय और कई कार्य सौंपे जाते हैं, जिन्हे शिक्षा के साथ साथ वो करता है।

सरकार के जिम्मेदार अधिकारी द्वारा ऐसी बयानबाजी उचित नहीं। उन्होंने तत्काल माफी मांगते हुये बयान वापस लेना चाहिए। सरकार के नीचे प्रमुख पद पर काम करते हुए ऐसे बयान से सरकार की छवि कर्मचारियों के प्रति खराब होती है। अतः कल्याणकारी प्रदेश सरकार से इस संदर्भ मे कार्यवाही की मांग उन्होने की है।

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