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राहुल गांधी ने खुले मंच पर PM मोदी को दी बहस की चुनौती, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने पलटवार कर कह दी ये बड़ी बात….

दिल्ली 12 मई 2024। चौथे चरण के मतदान से पहले एक बार फिर देश की राजनीति गरमा गयी है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सोशल मीडिया में विडियों जारी कर पीएम नरेंद्र मोदी को खुली बहस के लिए जहां न्योता देकर चुनौती दे रहे है। वहीं राहुल गांधी की इस चुनौती पर केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने पलटवार किया है। ईरानी ने कहा…..“राहुल गांधी के अंदर अपने तथाकथित महल में एक सामान्य बीजेपी कार्यकर्ता के खिलाफ चुनाव लड़ने की हिम्मत नहीं है, वो शेखी बघारने से बचें। जो पीएम मोदी के बराबर बैठकर बहस करना चाहते हैं, तो मैं उससे पूछना चाहती हूं कि क्या वो इंडी गठबंधन के प्रधानमंत्री उम्मीदवार हैं ?”

देश में लोकसभा चुनाव जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, ठीक वैसे-वैस सियासी बयानबाजी का स्तर निजी और तीखी होती जा रही है। 13 मई को देश के 10 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की 96 सीटों पर मतदान होना है। लेकिन चैथे चरण के मतदान से ठीक पहले बीजेपी और कांग्रेस के नेता एक बार फिर आमने-सामने नजर आ रहे है। दरअसल कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सार्वजनिक मंच पर डिबेट की चुनौती दी है। जिसको लेकर भारतीय जनता पार्टी अब उन पर हमलावर हो गई है। राहुल गांधी ने 11 मई को कहा कि उन्हें और पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को लोकसभा चुनाव पर सार्वजनिक बहस में हिस्सा लेने में खुशी होगी।

राहुल ने उम्मीद जताई की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इस बहस के लिए निमंत्रण स्वीकार करेंगे। जिसपर अब स्मृति ईरानी समेत भारतीय जनता पार्टी के कई नेताओं की तरफ से उनपर हमला बोला गया है। केंद्रीय मंत्री और अमेठी से बीजेपी की लोकसभा उम्मीदवार स्मृति ईरानी ने कहा….“राहुल गांधी के अंदर अपने तथाकथित महल में एक सामान्य BJP कार्यकर्ता के खिलाफ चुनाव लड़ने की हिम्मत नहीं है. वो शेखी बघारने से बचें. दूसरी बात, जो पीएम मोदी के बराबर बैठकर बहस करना चाहते हैं तो मैं उससे पूछना चाहती हूं कि क्या वो INDI गठबंधन के प्रधानमंत्री उम्मीदवार हैं?”

वहीं तेजस्वी सूर्या ने भी राहुल गांधी पर निशाना साधा हैण् उन्होंने कहा…..“राहुल गांधी कौन हैं, जो पीएम मोदी उनसे बहस करें? राहुल गांधी कांग्रेस पार्टी की तरफ से PM उम्मीदवार भी नहीं हैं, INDI गठबंधन की तो बात ही छोड़ दें. पहले वो खुद को कांग्रेस का PM उम्मीदवार घोषित करवाएं, कहें कि वह अपनी पार्टी की हार की जिम्मेदारी लेंगे और फिर प्रधानमंत्री को बहस के लिए बुलाएं.”

 

दरअसल दो पूर्व न्यायाधीशों और वरिष्ठ पत्रकार एन. राम ने कुछ दिनों पहले राहुल गांधी और प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखकर प्रमुख चुनावी मुद्दों पर सार्वजनिक बहस के लिए आमंत्रित किया था। जिसे राहुल गांधी ने स्वीकार किया था। राहुल ने इसके जवाब में अपने सोशल मीडिया हैंडल पर जवाब की एक कॉपी शेयर की थी। जिसमें लिखा था….“स्वस्थ लोकतंत्र के लिए प्रमुख दलों के जरिए एक ही मंच से देश के सामने अपना दृष्टिकोण रखना एक सकारात्मक पहल होगी. अलग-अलग दलों पर किसी भी निराधार आरोप पर लगाम लगाना भी जरूरी है. चुनाव लड़ने वाली प्रमुख पार्टियां होने की वजह से जनता सीधे अपने नेताओं को सुनने की पूरी हकदार है. इसलिए मुझे या कांग्रेस अध्यक्ष को इस तरह की बहस का हिस्सा बनने में बेहद खुशी होगी.”

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