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VIDEO : CM भूपेश बने मास्टर :…..बोले- संस्कृति जानते हो क्या है…किसे कहते हैं……फिर छत्तीसगढ़ का इतिहास समझाने बतायी, शहीद वीरनारायण की कहानी…. शिक्षिका को सेल्फी लेने भी सिखाया…कहा- ठीक से तो लो, कभी मेरा चेहरा कट रहा तो कभी तेरा….

जगदलपुर 18 अक्टूबर 2021।…..संस्कृति जानते हो?….संस्कृति क्या है…शहीद वीर नारायण के बारे में कौन बतायेगा… गुंडाधुर के बारे में बताओ….CM भूपेश आज बस्तर में बिल्कुल शिक्षक के अंदाज में थे। छत्तीसगढ़ के इतिहास को जिस अंदाज में उन्होंने प्रदेश के वर्तमान (बच्चों) के साथ साझा किया, वो अनूठा था। दरअसल मुख्यमंत्री भूपेश बघेल बस्तर के दो दिवसीय दौरे पर हैं, आज दूसरे दिन वो मॉडल स्कूल माड़पाल पहुंचे।

 

निरीक्षण के दौरान CM भूपेश का अंदाज एकदम ही साधारण रहा। स्कूल परिसर में बच्चों से मुलाकात के दौरान जब मुख्यमंत्री भूपेश के साथ जब एक शिक्षिका सेल्फी लेने की कोशिश कर रही थी….तभी मुख्य्मंत्री की नजर उस पर पड़ गयी। मुख्यमंत्री खुद खड़े हो गये… और पूछा

सेल्फी लेना है क्या…उस तरफ से घूमकर लो  उस तरफ से सेल्फी लो, मेरा फोटो आ रहा है तुम्हारा नहीं,,,और तुम्हारा तो मेरा नहीं, फिर आगे बढ़ते हुए हंसते-हंसते बोले, इसे तो सेल्फी लेना भी नहीं आ रहा”

मुख्यमंत्री भूपेश आज बच्चों से बातचीत के लिए पहुंचे तो क्लास में बच्चों से पूछा क्या पढ़ रहे हो। बच्चों ने बताया कि वो संस्कृत पढ़ रहे हैं,  मुख्यमंत्री ने कहा

अच्छा चलो मुझे…संस्कृति के बारे में कौन बतायेगा… संस्कृति किसे कहते हो जानते हो….संस्कृति क्या है..

मुख्यमंत्री की बातों पर जब कुछ नहीं बोले, तो मुख्यमंत्री ने खुद ही बच्चों को बताना शुरू किया…

“हमलोग विदेश जाते हैं, तो वहां हम बताते हैं हमारी संस्कृति “भारतीय संस्कृति” है, उसी तरह यूरोपीय संस्कृति, अफ्रीकन संसंकृति….फिर अगर हम भारत आते हैं तो हम बोलते हैं कि छत्तीसगढ़ी संस्कृति… बस्तर की संस्कृति…मतलब जो हमारे रहन-सहन, आचार-विचार, पर्व- त्योहार, भाषा-बोली है वो हमारी संस्कृति है”

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस दौरान बच्चों को किताब दिखाते हुए बोला, कौन पढ़ेगा, तो सामने वाली बेंच पर बैठी एक बच्ची ने हाथ बढाते हुए कहा कि वो पढ़ेगी। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने उससे एक चैप्टर पढ़वाया, और फिर कहा…

“शहीद वीरनारायण के बारे में जानते हो, कौन थे शहीद वीर नारायण…शहीद वीरनारायण एक जमींदार थे…उनका जन्म बलौदाबाजार के सोनाखान में हुआ था, वो छत्तीसगढ़ के पहले स्वतंत्रता सेनानी थी, जिन्होंने अंग्रेजों से मुकाबला किया। 1856 का जब आकाल पड़ा, तो उन्होंने जनता के लिए अनाज मांगे, लेकिन नहीं मिला, जिसके बाद उन्होंने जमाखोरों के गोदामों से अनाज लूटना प्रारंभ किया और गरीबों व भूखों के बीच बांटा। 1857 की क्रांति में शहीद वीर नारायण ने छत्तीसगढ़ की तरफ से अपनी भूमिका निभायी”

इस दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल बच्चों से पूछा, कि

कभी रायपुर गये हो?

बच्चों ने कहा, नहीं…. जिसके बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि

“जाओगे तो देखना रायपुर में जयस्तंभ है, शहर के बीचों-बीच…वहां उन्हें फांसी पर लटका दिया गया था। आज भी वहां वो निशानी है”

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल इस दौरान बच्चों से बातचीत की और फिर उपरी तल्ले में प्रैक्टिकल क्लास और मॉडल पेपर का भी मुआयना किया। बच्चों ने भी मुख्यमंत्री को अपने मॉडल की जानकारी दी।

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