शिक्षक/कर्मचारी

स्वामी आत्मानंद स्कूल भर्ती : चयन प्रक्रिया में सभी को समान अवसर देने की उठी मांग….अभ्यर्थियों खटखटाया हाईकोर्ट का दरवाजा

रायपुर 22 नवंबर 2022। आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल में शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में सभी को समान अवसर देने की मांग उठ रही है। इस मामले में अभ्यर्थियों का एक प्रतिनिधिमंडल हाईकोर्ट का दरवाजा भी खटखटाने जा रहा है। अभ्यर्थियों का कहना है कि नियमों में विसंगतियों की वजह से शिक्षक भर्ती प्रक्रिया से कई अभ्यर्थी वंचित हो रहे हैं। अभ्यर्थियों ने मीडिया को जारी बयान में कहा है कि प्रदेश में अभी 247 स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम और 32 हिंदी मीडियम स्कूल संचालित किए जा रहे हैं।

इंग्लिश मीडियम स्कूलों में शिक्षक बनने के लिए भाषा हिंदी और संस्कृत के साथ-साथ एक-दो विषय को छोड़कर बाकी संपूर्ण विषय में पढ़ाई इंग्लिश मीडियम से उत्तीर्ण होने की अनिवार्य शर्त रखी गई है। इसमें केवल इंग्लिश मीडियम के अभ्यर्थी पात्र हो सकते हैं, जबकि अन्य विषय में हिंदी मीडियम के अभ्यर्थियों को छूट दी जा रही है।

अभ्यर्थियों का आरोप है कि स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल के ज्यादातर पद प्रतिनियुक्ति से भरे जा रहे हैं। जो पहले से शासकीय नौकरी में नियुक्त हैं, वैसे शिक्षकों को प्राथमिकता दी जा रही है। भाषाई आधार पर भेदभाव होने के कारण कई अभ्यर्थी स्कूल में भर्ती के पात्र नहीं हो पा रहे हैं। अभ्यर्थियों ने इसे मौलिक अधिकारों का हनन बताया है। कुछ जिलों में नियम विरुद्ध तरीके से इंग्लिश मीडियम स्कूल में स्थानीय को वरीयता देते हुए बोनस अंक के आधार पर चयन कर लिया जा रहा है। जबकि, व्याख्याता के पद राज्य स्तरीय होते हैं उनमें राज्य के सभी जिले के निवासियों को समान अवसर मिलना चाहिए।

अभ्यर्थियों का आरोप है केंद्रीय विद्यालय, जवाहर नवोदय विद्यालय, डीएवी पब्लिक स्कूल और अन्य शैक्षणिक संस्थान में सीबीएसई इंग्लिश मीडियम स्कूल संचालित किए जाते हैं जहां भाषाई आधार पर भेदभाव पूर्ण भर्तियां नहीं की जाती है। जबकि स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूलों में भाषाई भेदभाव की वजह से युवाओं को चयन प्रक्रिया से वंचित किया जा रहा है।

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