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चंद्र ग्रहण भारत में कब दिखाई देगा? भूल के भी सूतक में ये काम न करें…

नई दिल्ली 3 मई 2023 पहला चंद्र ग्रहण 5 मई 2023 दिन शुक्रवार को लग रहा है. ये चंद्र ग्रहण रात 8 बजकर 45 मिनट से शुरू होगा और देर रात 1 बजे समाप्त होगा. इस चंद्र ग्रहण की अवधि 4 घंटे 15 मिनट होगी.
चंद्रमा को मन का कारक माना जाता है, कहते हैं कि चंद्र ग्रहण के समय राहु की अशुभ छाया चंद्रमा पर पड़ने से वह दूषित हो जाता है. ऐसे में इसका असर हमारी मानसिक स्थिति पर पड़ता है. व्यक्ति निर्णय लेने में सक्षम नहीं रहता और नींद की समस्याएं आने लगती हैं. यही कारण है कि चंद्र ग्रहण के समय घर से बाहर निकलने की मनाही होती है. कुंडली में चंद्रमा की मजबूत करने के लिए चंद्र ग्रहण के समय शिव के महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें, इससे अशुभ प्रभाव का असर नहीं होगा.

भारत में चंद्र ग्रहण कब है?

बुद्ध पूर्णिमा के दिन लगने जा रहा चंद्र ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा. चंद्र ग्रहण में ग्रहण से 9 घंटे पहले सूतक काल शुरू हो जाता है लेकिन भारत में सूतक काल मान्य नहीं रहेगा.ये उपछाया चंद्रग्रहण है, जिसमें चंद्रमा का पथ केवल मलिन होता है यानी चंद्रमा का रंग मलिन हो जाता है, इसमें चंद्रमा का कोई भी भाग कटा हुआ दिखाई नहीं देता. उपछाया चंद्र ग्रहण में चंद्रमा अद्श्य नहीं होता इसलिए इसमें सूतक का विचार नहीं किया जाता.
चंद्र ग्रहण दोनों से कुछ घंटे पहले का समय ऐसा होता है जब प्रकृति संवेदशनशील हो जाती है और वातावरण में नकारात्‍मकता फैल जाती है. इस समय को अशुभ माना जाता है और इसे ही सूतक काल कहा जाता है. सूर्य ग्रहण से 12 घंटे पहले सूतक काल शुरू होता है, वहीं चंद्र ग्रहण से 9 घंटे पहले. सूतक काल का धार्मिक दृष्टि से काफी महत्व है. इस दौरान कुछ नियमों का पालन करने के लिए कहा जाता है.

  1. सूतक के समय पूजा पाठ न करें.
  2. भोजन न पकाएं, ग्रहण के कारण भोजन अशुद्ध हो सकता है.
  3. कोई भी नया काम करने से बचें.
  4. खुली आंखों से ग्रहण न देखें, यदि देखना ही है तो एक्सरे की मदद ले सकते हैं.
  5. झूठ, फरेब और बुरे विचार दिमाग में न आने दें. माना जाता है कि इस समय में किये गए अपराधों के पाप कई गुना ज्यादा होते हैं.
  6. सूतक लगने के बाद गर्भवती महिलाएं घर से बाहर न निकलें.
  7. सूतक लगने के बाद प्रेगनेंट महिलाएं सिलाई कढ़ाई का काम न करें.
  8. सूतक लगने के बाद किसी भी धारदार वस्तु जैसे कैंची, चाकू, ब्लेड आदि का प्रयोग न करें. इससे बच्चे के अंगों पर बुरा असर पड़ सकता है.

ये काम जरूर करें

  1. सूतक काल के समय किसी भी मंत्र आदि का मानसिक ध्यान करें. मा‍नसिक ध्‍यान करना काफी शुभ माना जाता है.
  2. सूतक लगने से पहले ही खाने की चीजों में तुलसी का पत्ता डाल दें. खासतौर पर दूध व अन्य डेयरी प्रोडक्ट में तो जरूर ही डालें.
  3. ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाएं अपने पास नारियल रखें. इससे ग्रहण का नकारात्मक प्रभाव खत्म होता है.
  4. ग्रहण से पहले गर्भवती महिलाएं पेट पर गेरू लगाएं.
  5. सूतक या ग्रहण काल में प्रेगनेंट महिला, वृद्ध या बीमार व्‍यक्ति को भूख लगे तो वही चीज खिलाएं जिसमें सूतक से पहले तुलसी का पत्ता डाला गया हो.

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