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देश में एक ऐसा मंदिर जहां हर साल 15 अगस्त को फहराया जाता है तिरंगा

झारखंड 15 अगस्त 2023 हिंदुस्तान की संस्कृति और अध्यात्म की चर्चा सिर्फ देश भर में ही नहीं, बल्कि विश्व भर में होती रहती है। पूर्व भारत से लेकर पश्चिम भारत और दक्षिण भारत से लेकर उत्तर भारत तक ऐसे लाखों मंदिर हैं, जिनके बारे में कुछ न कुछ दिलचस्प कहानियां सुनते रहते हैं।


झारखंड में एक ऐसा ही मंदिर है जहां की कहानी आपको भी सोचने पर मजबूर कर देगी। इस मंदिर में भगवान के ध्वज के साथ-साथ भारत का तिरंगा भी फहराया जाता है। ऐसे में यह लगभग हर कोई जानना चाहता है कि आखिर झारखंड में स्थित इस मंदिर में क्यों भारतीय तिरंगा फहराया जाता है। आइए इस आर्टिकल में जानते हैं।
आर्टिकल में सबसे पहले यह जान लेते हैं कि आखिर झारखंड के किस मंदिर में भारतीय तिरंगा फहराया जाता है। दरअसल, यह कहा जाता है कि झारखंड के रांची में एक पहाड़ी मंदिर है। पहाड़ी मंदिर में ही पुजारी और स्थानीय लोगों द्वारा भारतीय तिरंगा फहराया जाता है। इस खुशी के मौके पर आसपास के लोग भी शामिल होते हैं और खुशियां बांटते हैं।

पहाड़ी मंदिर में तिरंगा कब फहराया जाता है?
पहाड़ी मंदिर धार्मिक आस्था के साथ-साथ देशभक्तों के बलिदान के लिए भी जाना जाता है। इसलिए यहां हर साल 15 अगस्त और 26 जनवरी को तिरंगा फहराया जाता है। कहा जाता है कि यह परंपरा आज से नहीं, बल्कि 15 अगस्त 1947 से ही चली आ रही है।

पहाड़ी मंदिर में तिरंगा फहराने के पीछे की कहानी बेहद ही दिलचस्प है। कहा जाता है कि ब्रिटिश काल में देश भक्तों और क्रांतिकारियों को यहां फांसी दी जाती है। ऐसे में आजादी के बाद रांची में पहला तिरंगा इसी पहाड़ी मंदिर पर फहराया गया था। (15 अगस्त को परिवार संग घूमने की जगहें)

कहा जाता है कि पहाड़ी मंदिर में पहली बार तिरंगा फहराने का काम स्वतंत्रता सेनानी कृष्णा चन्द्र दास के किया था। उसके बाद हर स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस पर यहां तिरंगा फहराया जाता है।

पहाड़ी मंदिर में फ्लैग पोल की स्थापना
कहा जाता है कि कुछ साल पहले ही पहाड़ी मंदिर में लगभग 300 फीट से उंचा फ्लैग पोल स्थापित किया गया है। इस विशाल फ्लैग पोल को नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती के अवसर पर स्थापित किया गया था।

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि रांची में मौजूद पहाड़ी मंदिर भगवान शिव को समर्पित हैं। सावन के महीने में इस मंदिर में काफी अधिक भीड़ मौजूद रहती है। इसके अलावा महाशिवरात्रि और नागपंचमी के मौके पर यहां लाखों भक्त दर्शन करने के लिए पहुंचते हैं। (झारखंड में घूमने की जगहें)

सैलानियों के बीच काफी फेमस है पहाड़ी मंदिर
पहाड़ी मंदिर सैलानियों के बीच भी काफी फेमस है। कहा जाता है कि इस मंदिर से पूरे रांची शहर का अद्भुत नजारा दिखाई देता है, जिसे देखने के लिए दूर-दूर से लोग पहुंचते हैं। पहाड़ी से सूर्योदय और सूर्यास्त का खूबसूरत नजारा भी दिखाई देता है।

पहाड़ी मंदिर कैसे पहुंचें?
पहाड़ी मंदिर पहुंचना बहुत आसान है। रांची रेलवे स्टेशन से पहाड़ी मंदिर महज 5 किलोमीटर की दूरी पर है। रेलवे स्टेशन से टैक्सी या कैब लेकर आसानी से पहुंच सकते हैं। बिरसा मुंडा एयरपोर्ट से पहाड़ी मंदिर की दूरी लगभग 10 किमी है।

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