हेडलाइन

CG NEWS : रिश्वतखोर जेल प्रहरी को कोर्ट ने सुनाई 4 साल की सजा,ACB की टीम ने किया था रेड हैंड, कैदी को स्पेशल ट्रीटमेंट देने के लिए वसूलता था पैंसे….

कोरबा 5 नवंबर 2022। कैदियों को सुविधा के नाम पर पैसों की डिमांड करने वाले रिश्वतखोर जेल प्रहरी को कोर्ट ने 4 साल की सजा सुनायी हैं। कोरबा के उपजेल कटघोरा में पदस्थ इस जेल प्रहरी को एसीबी की टीम ने 10 हजार रूपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया था। इस मामले में जेल प्रहरी के खिलाफ दोष सिद्ध होने पर स्पेशल कोर्ट एंटी करप्शन ने उसे 4 साल की सजा और 10 हजार रूपये का जुर्माना लगाया हैं।

गौरतलब हैं कि साल 2019 में कटघोरा उपजेल में पदस्थ जेल प्रहरी धीरेंद्र परिहार को एसीबी की टीम ने 10 हजार रूपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया था। जेल प्रहरी धीरेंद्र परिहार के खिलाफ कटघोरा जेल में कैद बंदी शंकर लाल रजक नाम के शख्स की पत्नी ने किया था। एसीबी की टीम को शिकायत मिली थी कि धोखाधड़ी के मामले में जेल में बंद शंकरलाल रजक के साथ मारपीट हो रही थी, साथ ही उसकी हालत जेल में काफी खराब थी।

शंकरलाल रजक ने यह बात अपनी पत्नी रोहिणी को बताई थी। इसके बाद पत्नी ने उप जेल के जेल प्रहरी धीरेंद्र सिंह परिहार से मुलाकात की थी।जेल प्रहरी ने उसके पति की पिटाई नहीं करने और जेल मैन्युअल के अनुसार खाना और सामान्य कैदी को मिलने वाली सुविधा देने के एवज में 50 हजार रुपए रिश्वत की मांग की थी। जिसमें से पहली किस्त के रूप में 10 हजार रुपए देना तय हुआ था।

इस पूरे मामले की शिकायत शंकरलाल रजक की पत्नी ने जेल प्रहरी की शिकायत एसीबी से कर दी थी। इसके बाद एसीबी की टीम ने महिला को 10 हजार रुपए देकर जेल कर्मचारी धीरेंद्र परिहार को देने को कहा। जैसे ही महिला ने कर्मचारी को रिश्वत दी, एसीबी की टीम ने उसे रंगेहाथों गिरफ्तार कर लिया। सहायक लोक अभियोजक रोहित राजवाड़े ने बताया कि धीरेंद्र परिहार इस मामले में4 साल की सजा कोर्ट ने सुनाई है और उस पर 10 हजार रुपए का जुर्माना भी लगाया गया है।

Back to top button