हेडलाइन

शिक्षा विभाग में अनुकंपा घोटाला : प्राचार्य की मृत्यु के बाद फर्जी तरीके से बेटे ने ली थी अनुकंपा नियुक्ति, शिकायत के बाद सेवाएं शून्य…

बिलासपुर 30 मार्च 2023। शिक्षा विभाग में अनुकंपा नियुक्ति में फर्जीवाड़ा खत्म ही नहीं हो रहा है। फिर चाहे बात जशपुर की हो, जांजगीर की या फिर बिलासपुर की। बिलासपुर में तो फर्जी तरीके से अनुकंपा नियुक्ति पाने वाले कई कर्मचारियों को बर्खास्त किया जा चुका है। फर्जी तरीके से एक अनुकंपा नियुक्ति पाने का एक ऐसी प्रकरण सामने बिलासपुर में फिर आया है। जांच के बाद अब डीईओ ने अनुकंपा नियुक्ति प्रकरण में बर्खास्तगी की कार्रवाई की है।

दरअसल शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला मस्तूरी के प्राचार्य सीताराम सूर्यवंशी की मृत्यु 2015 में हुई थी। उनके निधन पर उनके बेटे आकाश खरे को शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बहतराई बिल्हा में भृत्य की नौकरी 2016 दी गयी थी। 31 मार्च 2022 को आकाश खरे के निधन पर उनकी पत्नी सपना सूर्यवंशी ने अनुकंपा नियुक्ति केलिए आवदेन दिया था।

इस मामले में आकाश की मां गायत्री देवी ने शिकायत दर्ज कराते हुए बताया कि जिस वक्त उनके छोटे बेटे आकाश खरे को भृत्य की नौकरी दी गयी थी, उस वक्त उनके बड़े बेटे की पटवारी के पद पर नौकरी लग चुकी थी। शिकायत की जांच में ये बात सही पायी गयी। साथ ही आकाश खरे की अनुकंपा नियुक्ति उस नियम के खिलाफ पायी गयी, जिसमें ये कहा गया है कि अगर परिवार में कोई शासकीय नौकरी में है तो अन्य सदस्य को अनुकंपा नियुक्ति नहीं दी जा सकती है।

27 मार्च 2023 को मिली जांच रिपोर्ट के आधार पर डीईओ डीके कौशिक ने 20 जनवरी 2016 को अनुकंपा नियुक्ति पाये दिवंगत आकाश कुमार खरे की सवाएं शून्य घोषित कर दी है।

Back to top button