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चिराग तले अंधेरा: जिस वार्ड में रहते हैं विधायक-महापौर, वहां लोग बूंद बूंद पानी को तरसे, जान की बाजी लगाकर जुटाते हैं पानी

श्रीकांत सिंह, चिरमिरी@nwnews24.in

चिरमिरी 3 जून 2023। आसमान से आग बरस रही है…गरमी ने हर किसी को बेहाल कर दिया है…बूंद-बूंद को लोग तरस रहे हैं।…यूं तो प्रकृति के आगे जोर किसी का चलता नहीं, लेकिन ताज्जुब तब होता है, जब जिम्मेदार ऐसे मौकों पर अपनी आंखों में पट्टी और कानों में अंगुली डाल लेते हैं। मामला चिरमिरी का है, जहां जिस वार्ड में खुद विधायक और महापौर रहते हैं, वहां के लोग बूंद-बूंद के लिए बेहाल हैं।

कई किलोमीटर का सफर तय कर और कड़ी मशक्कत कर लोगों को गला तर करने के लिए पानी लाना पड़ता है।  ये बेबसी क्षेत्र के एक-दो परिवारों की नहीं, बल्कि वार्ड के सैंकड़ों परिवार की है। जहां लोगों को हर दिन पीने के पानी के लिए जद्दोजहद करना पड़ता हो। जी हाँ हम बात कर रहे हैं मनेन्द्रगढ़ विधानसभा के चिरमिरी नगर निगम के वार्ड नंबर 30,31 और वार्ड नंबर 32 की जहां लोगों को पीने के पानी के साथ अन्य निस्तार पानी के एक-एक बूंद पानी के लिए अपने घरों से निकलकर जंगल की ओर काफी गहरे खाई में उतर कर तुर्रा से पानी भरना पड़ता है। लोगों का कहना है कि यह समस्या कई वर्षों से बनी हुई है. मगर कोई भी जनप्रतिनिधि आज ताज इनकी समस्या का समाधान नहीं कर पाया।

इस संबंध क्षेत्रीय विधायक से पूछा गया तो उनका अलग ही जवाब सामने आया. विधायक विनय जायसवाल ने यह तो माना कि यहां पानी की किल्लत है मगर महज पंद्रह दिनों से है। साथ ही उन्होंने कहा कि चिरमिरी पहाड़ी हिल है यहां प्राकृतिक तुर्रा है जिसका लोग वर्षो से पानी पीते हैं. जबकि सभी घरों में नल लगा हुआ है।आज चिरमिरी में नब्बे प्रतिशत घरों में हमने पानी देने का काम किया है।  वहीं वार्डवासियों कि माने तो यहां पानी की समस्या वर्षों से बनी हुई. तीन वार्डों के सैकड़ो लोग प्रतिदिन तुर्रा में पानी लेने और यहां नहाने के लिए आते हैं. जो परिवार तुर्रा तक नहीं पहुंच पाते उन्हें यही पैसे से खरीदनी पड़ती है। नगर निगम का जो नल घरों में लगा है उसमें सप्ताह में एक या दो दिन ही पानी आता है वह भी महज दो-चार डब्बे ही पानी मिल पाता है. ऐसे में लोगों को इसी तुर्रा के पानी पर निर्भर होना पड़ता है।

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