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सेकंड प्रेग्नेंसी कंफर्म होने के बाद टेंशन में आ गयी थी देबिना बनर्जी,…जानें क्या थी वजह….

मुंबई 26 अगस्त 2022 : टीवी एक्ट्रेस देबीना बनर्जी दूसरी बार मां बनने वाली हैं। अभी 4 महीने पहले ही उन्होंने पहले बच्चे को जन्म दिया है। देबीना को पहला बच्चा काफी कोशिशों बाद हुआ। वे 5 साल से ट्राई कर रही थीं। 5 बार इस प्रोसेस में वे फेल हुई थीं। लेकिन देखिए इसे किस्मत ही कहते हैं कि पहले बच्चे के पैदा होने के 4 महीने बाद ही देबीना को दूसरे बेबी का गिफ्ट मिल गया। पहली प्रेग्नेंसी के लिए उन्होंने 2 IVFs और तीन IUIs ट्रीटमेंट्स फॉलो किए थे, हालांकि वो फेल रहे थे। मगर इस बार देबीना ने नेचुरली कंसीव किया है जिसकी उन्होंने उम्मीद ही छोड़ दी थी। अपने नए व्लॉग में देबीना बनर्जी ने सेकंड प्रेग्नेंसी के बारे में उन्हें कैसे पता चला और इस दौरान वो कौन सी परेशानियों से गुजरी, इसका खुलासा किया है।

देबीना बनर्जी ने बताया जब उन्हें पता चला कि वो प्रेग्नेंट हैं तो शॉक्ड हो गई थीं। वे काफी खुश भी थीं। उन्हें लगा अब वो क्या करेंगी। एक साथ वो तीन फीलिंग्स से गुजर रही थीं। वो काफी भावुक भी हुईं और अपनी बॉडी का शुक्रिया अदा किया। देबीना ने कहा- मैंने सोचा भाड़ में जाएं लोग, वो मेडिकल रिपोर्ट जिसमें कहा गया कि मुझे नैचुरली प्रेग्नेंट नहीं हो सकती। ये हुआ है, ये चमत्कार है। पिछले 5-7 सालों में मैं इस ख्याल के साथ रही हूं कि मेरी बॉडी ने नेचुरली कंसीव करने की क्षमता खो दी थी। मेरी बॉडी उस काबिल नहीं है। मुझे एंडोमेट्रिओसिस, अडेनोमोसिस था। जो मेरी नेचुरल कंसीविंग में रुकावट पैदा कर रहा था। मेरे एग्स की क्वॉलिटी अच्छी नहीं थी। सबसे बड़ी दिक्कत थी कि मेरे गर्भाशय की परत कभी ठीक से नहीं बन रही थी।

देबीना को जब पता चला कि वो फिर मां बनने वाली हैं तो उन्होंने अपने पति गुरमीत चौधरी को बताया। वे कहती हैं गुरमीत के दिमाग में था कि ऐसा कभी नहीं हो सकता। वो जानना चाहता था टेस्ट अभी का है या नहीं। हम डॉक्टर के पास गए और चेक कराया तो डॉक्टर भी शॉक्ड हो गए थे। फिर मुझे तुरंत चेक किया गया।
फिर देबीना का एक छोटा सा स्कैन हुआ जहां बच्चे की हार्टबीट को सुना गया। अगले दिन देबीना का प्रेग्नेंसी स्कैन हुआ और उनकी गुड न्यूज कंफर्म हुई। देबीना का मानना है कि अगर हम अपनी बॉडी को थोड़ा सा स्पेस दें, उस पर दबाव ना डालें तो हमारा शरीर सबकुछ करने के काबिल है।

उन्होंने बताया कि सेकंड प्रेग्नेंसी के दौरान पहले ट्राइमेस्टर मे उन्हें काफी ब्लीडिंग हुई, कभी उनके दिमाग में प्रेग्नेंसी की बात नहीं आई। जब प्रेग्नंसी टेस्ट किया और कंफर्म हुआ तब भी उन्हें गुड न्यूज पर यकीन नहीं हो रहा था क्योंकि उन्हें ब्लीडिंग लगातार हो रही थी। जब भी मैं गूगल पर प्रेग्नेंसी के दौरान ब्लीडिंग को लेकर सर्च करती, हमेशा रिजल्ट मे मिसकैरिज ही दिखाता। ब्लीडिंग को लेकर मेरी प्रेग्नेंसी नॉर्मल दिख रही थी और डॉक्टर्स भी कंफ्यूज थे। फिर मेरा स्कैन हुआ तो पता चला क्लॉट है। वो पुराना क्लॉट था। ये अजीब था. 3-5 स्कैन के बाद भी बताया गया कि क्लॉट है, ब्लीडिंग बंद नहीं हुई। तीसरे महीने के मिडल में मेरी ब्लीडिंग रुकी। क्योंकि देबीना 35 साल की हैं, इस एज में एग्स मैच्योर हो जाते हैं जिससे क्रोमोसोमल डिफेक्ट्स के चांस बढ़ जाते हैं। इसलिए 12वें हफ्ते की शुरुआत में उनके कई स्कैन और ब्लड टेस्ट हुए। एक महंगा ब्लड टेस्ट था 60 हजार का, जो अब 16 हजार में होता है। गनीमत ये रही कि रिपोर्ट नॉर्मल थी। तब जाकर देबीना ने चैन की सांस ली। देबीना की तबीयत में अब सुधार है और वो प्रेग्नेंसी एंजॉय कर रही हैं।

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