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हाफ बिजली बिल योजना,छत्तीसगढ़ में 65 लाख से ज्यादा परिवारों को रियायती बिजली का मिल रहा लाभ

छत्तीसगढ़ में 65 लाख से ज्यादा परिवारों को रियायती बिजली का मिल रहा लाभ

हाफ बिजली बिल योजना से करीब 42 लाख से ज्यादा घरेलू उपभोक्ता हो रहे लाभान्वित

6 लाख से ज्यादा किसानों को मिला करीब 10 हजार 500 करोड़ रूपए का अनुदान

बीपीएल के करीब 17 लाख बिजली उपभोक्ताओं को हर महीने 30 यूनिट बिजली मिल रही मुफ्त

घरेलू उपभोक्ताओं को हर महीने की गई 400 यूनिट तक की बिजली की खपत पर हाफ बिजली बिल योजना का मिल रहा लाभ

रायपुर 4 जून 2023 बिजली उत्पादन में देश में छत्तीसगढ़ अग्रणी राज्यों में शुमार है. बिजली उत्पादन में अग्रणी छत्तीसगढ़ में 65 लाख से ज्यादा परिवारों को रियायती बिजली का लाभ मिल रहा है. इन परिवारों में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की पहल पर लागू की गई हाफ बिजली बिल योजना से लाभान्वित करीब 42 लाख घरेलू बिजली उपभोक्ता, 17 लाख बी.पी.एल बिजली उपभोक्ता और 6.26 लाख से ज्यादा किसान शामिल हैं. हाफ बिजली बिल योजना के अंतर्गत घरेलू उपभोक्ताओं को हर महीने की गई 400 यूनिट तक की बिजली की खपत पर प्रभावशील विद्युत की दर के आधार पर आधे बिल की राशि की छूट दी जा रही है.

इतनी और इसतरह दी जा रही छूट-

हाफ बिजली बिल योजना में पिछले करीब सवा चार सालों में घरेलू बिजली उपभोक्ताओं को करीब 34 सौ करोड़ रूपए की छूट दी जा चुकी है. इसी तरह कृषक जीवन ज्योति योजना के तहत किसानों को तीन अश्वशक्ति तक के कृषि पंप के बिजली बिल में 6000 यूनिट प्रतिवर्ष और 3 से 5 अश्वशक्ति के कृषि पंपों के बिजली बिल में 7500 यूनिट प्रतिवर्ष की छूट दी जा रही है. अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति वर्ग के किसानों द्वारा खेती में उपयोग की जा रही बिजली को निःशुल्क रखा गया है. बी.पी.एल. बिजली उपभोक्ताओं को प्रति महीने 30 यूनिट बिजली मुफ्त दी जा रही है. साथ ही कृषक जीवन ज्योति योजना के अंतर्गत पिछले करीब सवा चार सालों में करीब 6 लाख 30 हजार किसानों को बिजली पर 10 हजार 500 करोड़ रूपए का अनुदान भी प्रदेश की कांग्रेस सरकार की ओर से दिया जा चुका है

हाफ बिजली बिल योजना से लगभग 42 लाख परिवार लाभान्वित-

प्रदेश में संचालित हाफ बिजली बिल योजना के अंतर्गत घरेलू उपभोक्ताओं को प्रति महीने की गई 400 यूनिट तक की बिजली की खपत पर प्रभावशील विद्युत की दर के आधार पर आधे बिल की राशि की छूट दी जा रही है. हाफ बिजली बिल योजना में अब तक घरेलू बिजली उपभोक्ताओं को 34 सौ करोड़ रूपए की छूट दी जा चुकी है. पिछले करीब सवा चार सालों में हाफ बिजली बिल योजना के उपभोक्ताओं की संख्या 25 लाख 23 हजार से बढ़कर करीब 42 लाख हो गई है

योजना का लाभ लेने की शर्त-

योजना का लाभ लेने की शर्त यह है कि हाफ बिजली बिल सुविधा का लाभ लेने के लिए उपभोक्ता के बिजली बिल की बकाया राशि शेष नहीं होनी चाहिए. लेकिन यदि ऐसे उपभोक्ता पूर्व की बिल की बकाया राशि का संपूर्ण भुगतान करते हैं, तो भुगतान की तारीख से वे योजना का लाभ लेने के लिए पात्र हो जायेंगे.

बी.पी.एल परिवारों को मुफ्त बिजली कनेक्शन-

बी.पी.एल परिवारों मुफ्त बिजली कनेक्शन दिया जा रहा है. प्रदेश में गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले परिवारों को दिए गए विद्युत कनेक्शनों में 30 यूनिट प्रति कनेक्शन प्रतिमाह की दर से निशुल्क विद्युत प्रदाय किया जा रहा है. योजना के तहत करीब सवा 4 सालों में बी.पी.एल विद्युत कनेक्शन धारकों को 2 हजार करोड़ रूपए की छूट दी गई है. राज्य में करीब 17 लाख बीपीएल परिवार को एकलबत्ती योजना का लाभ मिल रहा है.

किसानों को 10 हजार 500 करोड़ रुपए का अनुदान-

बिजली पर रियायतों की बात करें तो कृषक जीवन ज्योति योजना के अंतर्गत भी स्थायी और अस्थायी बिजली कनेक्शन वाले किसानों को तीन अश्वशक्ति तक के कृषि पंप के बिजली बिल में 6000 यूनिट प्रतिवर्ष और 3 से 5 अश्वशक्ति के कृषि पंपों के बिजली बिल में 7500 यूनिट प्रतिवर्ष की छूट दी जा रही है. योजना में फ्लैट रेट का विकल्प चुनने वाले किसानों को उनके द्वारा की गई विद्युत खपत की कोई सीमा न रखते हुए मात्र 100 रूपए प्रति अश्वशक्ति की दर से बिजली बिल का भुगतान करना होता है. योजना में अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के किसानों के लिए विद्युत खपत की कोई सीमा नहीं रखी गई है. कृषकों को 5 अश्वशक्ति द्वितीय पंप के लिए 200 रूपए प्रति अश्वशक्ति प्रतिमाह, 5 अश्वशक्ति से अधिक प्रथम और द्वितीय पंप के लिए 200 रूपए प्रति अश्वशक्ति प्रतिमाह, 5 अश्वशक्ति और 5 अश्वशक्ति से अधिक तृतीय और अन्य पंप के लिए 300 रूपए प्रति अश्वशक्ति प्रतिमाह की दर से बिल भुगतान के लिए सुविधा प्रदान की गई है. योजना में शासन की ओर से पिछले करीब चार सालों में किसानों को 10 हजार 500 करोड़ रूपए से ज्यादा का अनुदान दिया गया है. वर्तमान में करीब 6 लाख 30 हजार लाख पंप उपभोक्ताओं को छूट दी जा रही है…..

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