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पनामा पेपर्स मामला – दिल्ली में आज ED के सामने पेश होंगी ऐश्वर्या राय, अमिताभ बच्चन को भी जल्द …..

दिल्ली 20 दिसंबर 2021- महानायक अमिताभ बच्चन के परिवार की मुश्किले एक बार फिर बढ़ती दिख रही है। बहुचर्चित पनामा पेपर्स मामले में आज बॉलीवुड एक्ट्रेस और अमिताभ बच्चन की बहु ऐश्वर्या राय की दिल्ली के लोकनायक भवन में ED के सामने पेश होंगी।

सूत्रों के मुताबिक ईडी के अधिकारियों ने एश्वर्या राय से पूछ जाने वाले सवालों की लिस्ट पहले से ही तैयार कर ली है। गौरतलब है कि पनामा पेपर्स मामले में भारत के करीब 500 लोगों के शामिल होने की बात सामने आई थी। इनमें नेता, अभिनेता, खिलाड़ी, बिजनेसमैन हर वर्ग के प्रमुख लोगों के नाम शामिल हैं। इन सभी लोगों पर टैक्स की हेराफेरी का आरोप है। जिसे लेकर टैक्स अथॉरिटी जांच में जुटी हैं।

पनामा पेपर्स मामले की पिछले लंबे समय से जांच चल रही है। ईडी के अधिकारी देश की कई बड़ी हस्तियों को जांच के दायरें में शामिल कर चुके हैं। इसी कड़ी में एक महीने पहले अभिषेक बच्चन भी ईडी कार्यालय में अपना पक्ष रखने पहुंचे थे। वे कुछ दस्तावेज भी ईडी के अधिकारियों को सौंपे चुके हैं। जानकारों की मानें तो जल्द ही इस मामले में उनके पिता अमिताभ बच्चन को भी ईडी नोटिस जारी कर दफ्तर बुला सकती है।

गौरतलब है कि साल 2016 में ब्रिटेन में पनामा की लॉ फर्म के 1.15 करोड़ टैक्स डॉक्युमेंट लीक हुए थे। इसमें दुनियाभर के बड़े नेताओं, कारोबारियों और बड़ी हस्तियों के नाम सामने आए थे। भारत की बात करें तो करीब 500 लोगों के नाम इस लिस्ट में सामने आए थे। इसमें बच्चन परिवार का नाम भी शामिल है। एक रिपोर्ट के मुताबिक अमिताभ बच्चन को 4 कंपनियों का डायरेक्टर बनाया गया था।

इनमें से तीन बहामास में थीं, जबकि एक वर्जिन आइलैंड्स में थी। इन्हें 1993 में बनाया गया। इन कंपनियों की कैपिटल 5 हजार से 50 हजार डॉलर के बीच थी, लेकिन ये कंपनियां उन शिप्स का कारोबार कर रही थीं, जिनकी कीमत करोड़ों में थी। वही ऐश्वर्या राय बच्चन को पहले एक कंपनी का डायरेक्टर बनाया गया था। बाद में उन्हें कंपनी का शेयर होल्डर डिक्लेयर कर दिया गया। कंपनी का नाम अमिक पार्टनर्स प्राइवेट लिमिटेड था। इसका हेडक्वार्टर वर्जिन आइलैंड्स में था। ऐश्वर्या के अलावा पिता के. राय, मां वृंदा राय और भाई आदित्य राय भी कंपनी में उनके पार्टनर थे। यह कंपनी 2005 में बनाई गई। तीन साल बाद यानी 2008 में कंपनी बंद हो गई थी।

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