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अगले छह महीने में दुनिया में हो सकती है डीजल की समस्या…. पढ़िए कारण…

नई दिल्ली 22 नवंबर 2022 पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था को गति प्रदान करने के लिए डीजल से ज्यादा किसी भी ईंधन की जरूरत नहीं है. डीजल से ही ट्रक, बसें, जहाज, और ट्रेनें चलती हैं. इसके अलावा डीजल का इस्तेमाल कंस्ट्रक्शन, मैन्युफैक्चरिंग के अलावा कृषि क्षेत्र में भी किया जाता है. सर्द देशों में घरों को गर्म रखने के लिए भी डीजल का इस्तेमाल किया जाता है. और जब प्राकृतिक गैस के दाम आसमान छू रहे हैं तो ऐसे में कई जगह डीजल का इस्तेमाल गैस की जगह किया जा रहा है. लेकिन आने वाले महीनों में सप्लाई में कमी के चलते दुनिया के हर एनर्जी मार्केट में डीजल का संकट पैदा होने वाला है.

महंगा हो सकता है डीजल!
डीजल संकट के चलते कीमतों में बेहतहाशा बढ़ोतरी का अनुमान है. जिससे घरों के गर्म रखने के लिए मोटी रकम खर्च करना पड़ सकता है. अमेरिका में केवल डीजल के दामों में बढ़ोतरी के चलते वहां की अर्थव्यवस्था पर 100 अरब डॉलर का वित्तीय बोझ बढ़ने का अनुमान है. अमेरिका में डीजल और हीटिंग ऑयल का स्टॉक चार दशकों के निचले स्तर पर है. नार्थवेस्ट यूरोप में भी स्टॉक की कमी है. रूस पर लगाये गए आर्थिक प्रतिबंधों के अमल में आने के बाद मार्च 2023 में संकट और गहरा सकता है. डीजल के संकट का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि ग्लोबल एक्सपोर्ट मार्केट में डीजल का ऐसा संकट है कि पाकिस्तान जैसे गरीब देशों को घरेलू जरूरतों के लिए सप्लाई के संकट का सामना करना पड़ रहा है. न्यू यॉर्क हार्बर जो कि बेंचमार्क है उसके स्पॉट मार्केट में डीजल के दामों में इस वर्ष 50 फीसदी का इजाफा आ चुका है. नंवबर में 4.90 डॉलर प्रति गैलन दाम पहुंच चुका है जो एक साल पहले के मुकाबले दोगुना है. नार्थवेस्ट यूरोप में डीजल के फ्यूचर का रेट ब्रेंट क्रूड से 40 डॉलर ज्यादा है.

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