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VIDEO :”ट्रांसपोर्ट नगर शिफ्ट नहीं होगा…. यहां से कलेक्टर शिफ्ट होगा”… मंत्री ने दे दी कलेक्टर को खुली चेतावनी….देखिये पूरा वीडियो. …..

रायपुर 9 दिसंबर 2022। कोरबा के ट्रांसपोर्ट नगर को लेकर मंत्री और प्रशासन के बीच टकराव की स्थिति बन गयी है। मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने चेतावनी दी है कि प्रस्तावित जगह से अगर ट्रांसपोर्ट नगर शिफ्ट हुआ तो यहां से कलेक्टर शिफ्ट हो जायेगा। नाफारमानी पर बिफरे मंत्री जयसिंह अग्रवाल यही नहीं रूके, उन्होंने अधिकारियों को चेतावनी दे दी, कि अगर एक सप्ताह में काम नहीं किया तो फिर देख लेना। दरअसल औद्योगिक नगरी कोरबा जिला में शहर के बीचों बीच संचालित ट्रांसपोर्ट नगर एक बड़ी समस्या हैं। ट्रांसपोर्ट नगर को कोरबा शहर से बाहर बरबसपुर क्षेत्र में शिफ्ट करने को लेकर तीन साल पहले से ही प्लान तैयार कर लिया गया था।

लेकिन अब बरबसपुर में प्रस्तावित ट्रांसपोर्ट नगर की जमीन के आड़े मसाहती गांव और बरबसपुर में संचालित नगर निगम को कचरा संग्रहण केंद्र बन गया हैं। बस यहीं वजह हैं कि बरबसपुर में प्रस्तावित ट्रांसपोर्ट नगर की जगह अब जिला प्रशासन शहर से बाहर दूसरे स्थान पर ट्रांसपोर्ट नगर के लिए जमीन की तलाश कर रहा हैं। इसी बात पर आग बबूला हुए मंत्री आज मौके पर पहुंचे और प्रशासनिक अधिकारियों पर अपनी भड़ास निकाल दी। मंत्री ने कलेक्टर संजीव झा को धमकी भरे लहजे में कह दिया कि या तो यहां ट्रांसपोर्ट नगर शिफ्ट होगा या फिर कलेक्टर शिफ्ट होगा। … मंत्री यही नहीं रूके,….और बोल दिया..

एक बात आपलोग जान लीजिये, कोई भी अधिकारी कितना भी पावरफुल क्यों ना हो, अपने को पावरफुल बताता हो, मेरे शहर में मैं मनमानी, गुंडागर्दी नहीं चलने दूंगा, बहुत हो गया। …और ट्रांसपोर्ट नगर तो शिफ्ट नहीं होगा, कलेक्टर यहां से शिफ्ट होगा, बता देता हूं मैं। अभी एक सप्ताह का वक्त देकर जा रहा हूं, अगर एक सप्ताह में नहीं हुआ तो फिर बताता हूं

जय सिंह अग्रवाल, मंत्री, राजस्व

यही नहीं अपना आपा खोते हुए मंत्री ने छुट्टी पर चल रहे कलेक्टर संजीव झा के बारे ये बोल दिया कि

बाहर नहीं भागा है, कोई तबीयत खराब नहीं है, यहीं बैठा होंगा, कोई ना तो उसकी तबीयत खराब है और ना कुछ है…मैंने चीफ सिकरेट्री से पूछ लिया है, कोई छुट्टी नहीं लिया है उसने…

जयसिंह अग्रवाल, मंत्री राजस्व

गौरतलब है कि कोरबा में ट्रांसपोर्ट नगर के शिफ्टिंग का मामला एक बार फिर गरमाने लगा हैं। राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने शुक्रवार को ट्रांसपोर्ट नगर के लिए प्रस्तावित बरबसपुर में प्रशासनिक, राजस्व और निगम के अधिकारियों को बुलाकर ना केवल जमकर नाराजगी जताई, बल्कि यहां तक कह दिया कि ट्रांसपोर्ट नगर तो बरबसपुर में ही बनेगा, फिर चाहे कोई कुछ भी चाह ले ! मंत्री जी यहीं नही रूके उन्होने अफसरों को चेतावनी देते हुए यहां तक कह दिया कि एक सप्ताह में इसका निर्णय नही हुआ तो आगे का सोंच लिजिए आप लोग……..!

औद्योगिक नगरी कोरबा जिला में शहर के बीचों बीच संचालित ट्रांसपोर्ट नगर एक बड़ी समस्या हैं। ट्रांसपोर्ट नगर को कोरबा शहर से बाहर बरबसपुर क्षेत्र में शिफ्ट करने को लेकर तीन साल पहले से ही प्लान तैयार कर लिया गया था। लेकिन अब बरबसपुर में प्रस्तावित ट्रांसपोर्ट नगर की जमीन के आड़े मसाहती गांव और बरबसपुर में संचालित नगर निगम को कचरा संग्रहण केंद्र बन गया हैं। बस यहीं वजह हैं कि बरबसपुर में प्रस्तावित ट्रांसपोर्ट नगर की जगह अब जिला प्रशासन शहर से बाहर दूसरे स्थान पर ट्रांसपोर्ट नगर के लिए जमीन की तलाश कर रहा हैं। इस बात की जानकारी के बाद शुक्रवार को राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल खुद बरबसपुर में प्रस्तावित ट्रांसपोर्ट नगर क्षेत्र की जमीन पर पहुंचे। यहां उन्होने बकायदा जिला प्रशासन के अफसरों के साथ ही राजस्व विभाग से एसडीएम, तहसीलदार, नगर निगम आयुक्त को भी मौके पर तलब किया था।

अफसरों की मौजूदगी में राजस्व मंत्री ने सबसे पहले कोरबा तहसीलदार मुकेश देवांगन से सवाल-जवाब शुरू किया, और पूछा कि आखिर उसने बरबसपुर की जांच रिपोर्ट किसके कहने पर बदल दी। तहसीलदार ने मंत्री जी को बताया कि उक्त जमीन मसाहती गांव में आता है, इस कारण उन्होने रिपोर्ट तैयार की थी। इतने में मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने तहसीलदार की कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए कह दिया कि ऐसे में तो फिर पहले जिन अधिकारियों ने इस जमीन की रिपोर्ट और एनओंसी दी वो भी गलत हैं…….और अब तुम भी गलत हो। बताया जा रहा हैं कि मौके पर मौजूद एडीएम विजेंद्र पाटले और एसडीएम सीमा पात्रे सहित निगम आयुक्त द्वारा जांच उपतरांत विधिवत कार्रवाई का भरोसा दिलाया गया।

लेकिन इस मामले से नाराज राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने अफसरों को फटकार लगाते हुए यहां तक कह दिया कि ट्रांसपोर्ट नगर तो यहीं बनेगा….अब कोई भी चाह ले……इसकी कार्रवाई आज से शुरू करियेे …. अगर एक हफ्ते के अंदर इसका निर्णय नही हुआ, तो सोंच लिजिएगा आप लोग। राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल के इस तल्ख तेवर और चेतावनी के बाद राजस्व विभाग के साथ ही जिला प्रशासन अब असमंजस में नजर आ रहा हैं। ऐसे में अब ये देखने वाली बात होगी कि ट्रांसपोर्ट नगर बरबसपुर में शिफ्ट होता है, या फिर नियम-कानून के आड़े आने पर एक बार फर इसका स्थान चेंज होता हैं, ये तो आने वाला वक्त ही बतायेगा।

आखिर क्यों फंस गया हैं ट्रांसपोर्ट नगर का पेंच…..

बरबसपुर में प्रस्तावित ट्रांसपोर्ट नगर का पेंच एक बार फिर फंसता नजर आ रहा हैं। सरकारी नियमों की बात करे तो बरबसपुर क्षेत्र मसाहती गांव में आता हैं। ऐसे में कई लोग इस इलाके के शासकीय जमीन पर कब्जा कर रहने के साथ ही निजी जमीन पर रहते हैं। सरकारी अफसरों की माने तो मसाहती गांव होने के कारण बरबसपुर में प्रस्तावित ट्रांसपोर्ट नगर की अनुमति देने में वैधानिक दिक्कते हैं। इसके साथ ही सबसे बड़ी समस्या बरबसपुर में संचालित नगर निगम का कचरा संग्रहण केंद्र हैं। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण मंडल की नियमावली में साफ किया गया हैं कि किसी भी लैंड फील साइट के आसपास के 500 मीटर पर डेवलपमेंट बफर जोन की अनुमति नही दी जा सकती हैं। वही दूसरी तरफ मसाहती गांव होेने के कारण बरबसपुर कचरा संग्रहण केंद्र का नक्शा में बाउंड्री का डिमार्केशन कर पाना मौजूदा हालात में संभव नही हैं। ऐसे में बरबसपुर कचरा संग्रहण केंद्र के साथ ही ट्रांसपोर्ट नगर के लिए जमीन की अनुमति देना वैधानिक तरीके से अफसरों के गले की फांस बन जायेगा।

राजस्व मंत्री जयसिंह ने कहा अगर ऐसा था तो पहले कैसे हुआ….

राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने राजस्व विभाग की कार्रवाई पर सवाल उठाये हैं। मंत्री ने कहा कि पहले जब बरबसपुर में ट्रांसपोर्ट नगर के लिए जमीन प्रस्तावित कर मास्टर प्लान बनाकर राजपत्र में प्रकाशन कराया गया था। इसके लिए बकायदा राज्य सरकार के पास प्रस्ताव भेजकर आवास एवं पर्यावरण मंत्रालय ने बरबसपुर की लैंड यूज को ट्रांसपोर्ट नगर के लिए चेंज किया गया था। ये सारी प्रक्रिया के बाद अब मसाहती गांव के रिपोर्ट के बिनाह पर ट्रांसपोर्ट नगर के लिए अनुमति नही देना सही नही हैं। राजस्व मंत्री ने कहा कि अगर ऐसी समस्या थी, तो उस वक्त इस बारे में क्यों आपत्ति नही जताई गयी, आज पूरी प्रक्रिया पूरी कर ली गयी हैं, तब नियम बताकर ट्रांसपोर्ट नगर को किसी अन्य जगह पर शिफ्ट करने की बात कही जा रही हैं। राजस्व मंत्री ने इस मामले की उच्च स्तरीय जांच कराने की बात कहकर मामले में जो भी दोषी होगा उस पर कड़ी कार्रवाई की बात कही हैं।

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