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Bihar: बीजेपी सांसद की सरेआम पिटाई-एक नेता की मौत, विधायकों को विधानसभा से बाहर निकाला, बिहार में क्यों मचा है हंगामा?

BJP बिहार में पूरी तरह चुनावी मोड में है. 40 लोकसभा सीटों वाले इस राज्य में बीजेपी पिछला प्रदर्शन दोहराना चाह रही है.इसके लिए वह सड़क से सदन तक आक्रामक है. शिक्षकों के समर्थन में उतरी बीजेपी नेताओं-कार्यकर्ताओं पर पुलिस लाठीचार्ज और एक कार्यकर्ता की मौत बड़ा मुद्दा बन सकता है. तेजस्वी पर हुई चार्जशीट को लेकर विधानसभा में तो वह हमलावर पहले से है ही.

बिहार में गुरुवार को एकबार फिर पुलिस ने लाठियां भांजी. पुलिस ने इतनी बेरहमी से लाठियां चलाई की बीजेपी के दर्जन भर विधायक चोटिल हो गए, कई नेताओं को गंभीर चोटें आई है. महाराजगंज के सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल मीडियाकर्मियों को अपना हाथ दिखाते नजर आए. उन्होंने कहा कि पुलिस लाठीचार्ज में उनका हाथ टूट गया है. इधर बीजेपी नेता विजय कुमार सिंह की लाठीचार्ज के दौरान मौत हो गई है. बीजेपी नेता विजय कुमार सिंह जहानाबाद के रहने वाले थे और बिहार विधानसभा मार्च में शामिल होने के लिए पटना आए थे. कहा जा रहा है कि वह लाठीचार्ज के बाद हुए भगदड़ में गिर गए. बीजेपी ने विजय कुमार सिंह की मौत को हत्या बताया है.

आरोप है कि लोक गायक किशन चौरसिया हारमोनियम सिखाने के बहाने बहला-फुसलाकर लड़की के साथ गलत कार्य कर रहा था. तभी ग्रामीणों ने दोनों को पकड़ लिया और उनकी पिटाई कर दी. पुलिस ने लोक गायक के खिलाफ मामला दर्ज करने की बात कही. साथ ही पिटाई करने वाले युवकों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी.

बिहार में क्यों मचा है घमासान?

दरअसल बीजेपी बिहार में पूरी तरह चुनावी मोड में है. 40 लोकसभा सीटों वाले बिहार में बीजेपी पिछला प्रदर्शन दोहराने के लिए नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव को हर मोर्चे पर घेरने की तैयारी कर रही है. बीजेपी हर उस आंदोलन का समर्थन कर रही है जो सरकार के खिलाफ है. नियोजित शिक्षक सामान वेतन और राज्यकर्मी की मांग तबसे कर रहे हैं जबसे बीजेपी नीतीश कुमार के साथ सरकार थी. अब जब नीतीश कुमार पाला बदलकर महागठबंधन की तरह शिफ्ट हो गए हैं तब बीजेपी को यह मुद्दा सूट कर रहा है. इसके बाद वह इसके समर्थन में सड़क पर हैं.

सड़क और सदन दोनों जगह एक्टिव

गुरुवार को बीजेपी एक तरफ सड़क पर जहां शिक्षकों के मुद्दे को लेकर उतरी तो वहीं सदन में तेजस्वी यादव पर हुई चार्जशीट को लेकर भी सरकार पर हमलावर है. बीजेपी नीतीश कुमार को बार-बार यह याद दिला रही है कि पिछली बार जब तेजस्वी पर भ्रष्टाचार के आरोप मात्र लगे थे तब आपने साथ छोड़ दिया था अब तेजस्वी यादव का नाम चार्जशीट में है तो उनके साथ क्यों हैं? बीजेपी इस मुद्दे को लगातार बड़ा बनाने की कोशिश कर रही है. यही वजह है कि पांच दिनों के बिहार विधानसभा का मानसून सत्र का चार दिन हंगामें की भेंट चढ़ गया. चार दिन मिलाकर चार घंटे भी सदन नहीं चले हैं. बीजेपी सोमवार पहले दिन से ही तेजस्वी यादव के इस्तीफे की मांग कर रही है. गुरुवार को बीजेपी विधायकों ने इसपर इतना हंगामा किया कि विधायक जीवेश मिश्रा को मार्शल आउट कर दिया गया.

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