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ब्रेकिंग: आत्मानंद स्कूल अब स्कूल शिक्षा विभाग के नियंत्रण में आयेंगे, कलेक्टर की अध्यक्षता वाली कमेटी होगी भंग, स्कूल में भ्रष्टाचार का मुद्दा सदन में गूंजा

रायपुर 8 फरवरी 2024। स्वामी आत्मानंद स्कूल अब जल्द ही स्कूल शिक्षा विभाग के नियंत्रण में आयेंगे। अभी ये कलेक्टर की अध्यक्षता वाली कमेटी संचालित करती थी, लेकिन अब इसका नियंत्रण खुद शिक्षा विभाग की तरफ होगा। इस बात की घोषणा आज शिक्षा मंत्री ने सदन में की है। उन्होंने कहा कि अगले सत्र से कलेक्टर की अध्यक्षता वाली कमेटी भंग होगी।

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पिछली सरकार की सबसे महत्वाकांक्षी योजना “स्वामी आत्मानंद स्कूल” को लेकर सदन में मुद्दा गूंजा। ध्यानाकर्षण में अजय चंद्राकर ने स्वामी आत्मानंद स्कूल में मेंटेनेंस के नाम पर घोटाला का मुद्दा उठाया। जवाब में शिक्षा मंत्री ने इस मामले को देखवा लेने की बात कही, तो चंद्राकर ने कहा कि स्कूल शिक्षा मंत्री से साधारण उत्तर की उम्मीद नहीं थी। शिक्षामंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि स्मार्ट सिटी के फंड से मेंटेनेंस की व्यवस्था की गयी है। जिसके बाद अजय चंद्राकर ने स्मार्ट सिटी के माध्यम से मेंटेनेंस कराने पर आपत्ति दर्ज कराते हुए पूछा क्या, अध्यक्ष खुद चढ़कर पोताई किए हैं ?


शिक्षा मंत्री ने पूर्व के खर्च को तुगलकी फरमान बताते हुए कहा कि 800 करोड़ खर्च कर गड़बड़ी की गई, शिकायतों के आधार पर कार्रवाई की जाएगी। अजय चंद्राकर ने आर डी तिवारी स्कूल के जर्जर भवन और छत के स्लैब गिरने के मुद्दे से चर्चा की शुरुआत की। उन्होंने पूछा कि स्मार्ट सिटी से मेंटनेंस में किस नियम के तहत मद का उपयोग किया गया, कौन सी तकनीकी संस्था है जिसने कार्य संपादित किया गया। जवाब में मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि स्मार्ट सिटी लिमिटेड के बाद टीसीआईएल तकनीकी संस्था है उसी के द्वारा प्रशिक्षण कर कार्य किया जा रहा है। मेसर्स शरद शुक्ला के द्वारा काम करवाया गया है।

अजय चंद्राकर ने कहा इतना मेंटनेंस करवाने के बाद भी डीके तिवारी स्कूल में यह घटना घटी…, पूरे प्रदेश में मेंटनेंस के नाम पर भ्रष्टाचार किया गया है। क्या उन पर कार्यवाही होगी। बृजमोहन अग्रवाल ने कहा लगभग 800 करोड़ रुपए खर्च किया गया है, तुगलकी आदेश कलेक्टर की अध्यक्षता में कार्य किया जा रहा है।

ब्रेकिंग: आत्मानंद स्कूल अब स्कूल शिक्षा विभाग के नियंत्रण में आयेंगे, कलेक्टर की अध्यक्षता वाली कमेटी होगी भंग, स्कूल में भ्रष्टाचार का मुद्दा सदन में गूंजा

जिसके बाद विधायक अनुज शर्मा ने कहा पूर्व में भी ऐसी घटना हुई है, उसके बाद इंजीनियरों के द्वारा ऑडिट कराए जाने का निर्णय हुआ था, तो क्या आर डी तिवारी स्कूल का ऑडिट करवाया गया था? शिक्षा बृजमोहन अग्रवाल ने कहा इसका ऑडिट करवाया गया है। वहीं विधायक भावना बोहरा ने पूछा कि स्मार्ट क्लास, टीचर्स को लेकर कई प्रकार की विसंगतियां हैं, बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि, जो भी शिकायत आएगी उसमे कार्यवाही करेंगे।

विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कोई अलग से सेट अप मंज़ूर किया गया है क्या…? बृजमोहन अग्रवाल ने कहा इसके लिए अलग से सेट अप नहीं है, लेकिन सरकार द्वारा कई मदों से कार्य किया का रहा है, लेकिन जल्द ही इन सभी स्कूलों को स्कूल शिक्षा विभाग के अंदर के आएंगे। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा आज बृजमोहन अग्रवाल और अजय चंद्राकर एक जैसे ड्रेस पहन कर आए है, अजय चंद्राकर ने कहा आत्मानंद स्कूल भूपेश बघेल के आनंद के लिए खोला गया है।

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वहीं धर्मलाल कोशिक ने कहा कलेक्टर के आदेश तक वह स्कूल चलेगा, मतलब उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ का काम इन्होंने किया है, यह कलेक्टर के नियंत्रण में ना रहे शासन के नियंत्रण में रहे। वहीं भाजपा विधायक धर्मजीत सिंह ने कहा कई महापुरुषों, जिन्होंने जमीन दान में दिया है उनका भी नाम बदल कर आत्मानंद कर दिए हैं… उस भी खोजबीन की जाए।

राजेश मूणत ने कहा क्या मंत्री ने एकरूपता में लाने की बात को कहीं है उसमे एडमिशन की भी कोई विशेष व्यवस्था करेंगे, जिसके बाद मंत्री ने स्वामी आत्मानंद स्कूल को लेकर बड़ी घोषणा करते हुए कहा कि आगामी शिक्षा सत्र से कलेक्टर की समिति भंग होगी। जिन जिन महापुरुष के नाम को हटाया गया उन नाम को फिर से स्थापित किया जाएगा। महापुरुष के नाम की भी तख्ती लगाई जाएगी।

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