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CG ब्रेकिंग : फर्जी नियुक्ति मामले में जांच के आदेश…. पैसे लेकर बड़ी संख्या में जारी किये थे नियुक्ति पत्र…. ADM, डिप्टी कलेक्टर व DEO सहित 4 सदस्यीय जांच टीम गठित… 15 दिन…

  • फर्जी नियुक्ति आदेश एवं मजदूरी दर के मामले में जांच हेतु टीम गठित

कलेक्टर रितेश कुमार अग्रवाल ने आदिम जाति तथा अनुसूचित जाति विभागान्तर्गत जशपुर जिले में संचालित छात्रावास-आश्रमों में चतुर्थ वर्ग के पदों पर, कलेक्टर दर पर फर्जी नियुक्ति आदेश और पैसे लेकर मजदूरी दर पर रखे युवाओं की नियुक्ति के मामले में जांच के निर्देश दिये हैं।

मामले की जाँच हेतु जाँच समिति का गठन किया है। जांच समिति अपर कलेक्टर आई.एस. ठाकुर की अध्यक्षता में बनाई गई हैं और डिप्टी कलेक्टर, प्रभारी अधिकारी वित्त-स्था.  योगेन्द्र श्रीवास, जिला कोषालय अधिकारी गणेशु प्रसाद धिदौडे़, जिला शिक्षा अधिकारी जे.के. प्रसाद को गठित जांच समिति के सदस्य में शामिल किए गए हैं।कलेक्टर  ने  मामले से संबंधित सभी पहलुओं पर सूक्ष्मता से जाँच कर तथ्यात्मक जाँच प्रतिवेदन, स्पष्ट अभिमत के साथ 15 दिवस के अन्दर प्रस्तुत करने के लिए आदेशित किए हैं।

80 से ज्यादा हुई फर्जी नियुक्तियां

पूरा मामला 1 करोड़ से ज्यादा का है। जानकारी के मुताबिक कुछ दिन पहले चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी की कलेक्टर दर पर नियुक्ति का एक पत्र सामने आया था। जांच में पत्र व आदेश फर्जी पाया गया। एक बार शिकायत सामने आयी, तो देखते ही देखते 79 युवाओं ने नियुक्ति की और शिकायत की कर दी। हैरानी की बात ये है कि आदिम जाति विभाग ने ऐसी नियुक्तियां निकाली ही नहीं थी, लेकिन फर्जी विज्ञापन जारी कर ना सिर्फ नियुक्ति आदेश जारी कर दिये, बल्कि एक-एक युवाओं से 1 से 2 लाख रूपये तक ठग लिये गये। लगातार आ रही शिकायतों को देखते हुए विभाग ने 23 मार्च को एक आदेश जारी कर दिनांक 18 जून से 27 जुलाई के बीच छात्रावास और आश्रमों में चतुर्थ श्रेणी पद पर कार्य करने के लिए जारी किए गए आदेश को निरस्त करने का आदेश जारी किया। इस पूरे फर्जीवाड़ा मामले का एक दिलचस्प पहलू यह भी कि जिस फर्जी नियुक्ति पत्र को लेकर आदिम जाति कल्याण विभाग में हडकंप है,उसमें अंकित डिस्पैच नंबर असली है।

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