क्राइम

पेड़ के नीचे मिला दादा-पोता का शव,…विरोध में ग्रामीणों ने एनएच पर किया जमकर हंगामा…

चतरा 08 सितंबर 2022 : झारखंड के चतरा जिले में चतरा-रांची मुख्य पथ पर गुरुवार को एक पेड़ के नीचे दादा-पोता के शव संदिग्ध स्थिति में मिले। ग्रामीणों को आशंका है कि इनकी हत्या की गई है। इससे गुस्साये ग्रामीणों ने चतरा-रांची रोड को लगभग तीन घंटे तक जाम कर दिया। परिजनों के मुताबिक सिमरिया थाना अंतर्गत लमटा गांव के रहनेवाले सुरेश साहु और उनका पोता मोनू कुमार जबरा गांव में अपने रिश्तेदार के घर गये थे। वहीं से लौटने के दौरान रास्ते में घटना घटी है।

चतरा-रांची मुख्यमार्ग एनएच-22 पर पेड़ के नीचे संदिग्ध अवस्था में दादा पोता का शव मिलने के इलाके में सनसनी फैल गयी है। घटना सिमरिया थाना क्षेत्र की है। शव की पहचान लटमा निवासी सुरेश साहू और उसका पोता सोनू कुमार के रूप में की गयी है। शव मिलने की सूचना पर ग्रामीणों की भीड़ जुटने लगी। घटनास्थल से मृतक की बाइक बरामद हुई है। स्थानीय लोगों ने घटना के विरोध में एनएच जाम कर दिया, घटना की सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची सिमरिया थाना पुलिस मामले की जानकारी ली। थाना प्रभारी विवेक कुमार ने बताया कि प्रथम दृष्टया वज्रपात से मौत होने की आशंका है। परिजनों ने बताया कि हमलोगों की किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी। हालांकि मृतक के कान से खून निकलते देख कुछ लोगों को हत्या की आशंका है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मामला स्पष्ट हो पाएगा।

घटना से आक्रोशित लोगों ने चतरा रांची मुख्य पथ को जाम कर दिया है। ग्रामीण हत्या का आरोप लगाते हुए मामले की निष्पक्ष जांच और हत्यारों की गिरफ्तारी के साथ-साथ 25-25 लाख रुपये आर्थिक मुआवजा देने की मांग कर रहे हैं। इधर घटना की सूचना पाकर सिमरिया अंचल अधिकारी छुटेश्वर रविदास, पुलिस निरीक्षक केके चौधरी, सिमरिया थाना प्रभारी विवेक कुमार और लावालौंग थाना प्रभारी नंदन कुमार दल बल के साथ मौके पर पहुंचकर मामले की पड़ताल में जुट गए हैं। पुलिस और प्रखंड प्रशासन के अधिकारी आक्रोशित ग्रामीणों को समझा-बुझाकर जाम हटाते हुए मौके से दोनों शवों को उठा कर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेजने के प्रयास में जुटे हैं।

पुलिस ने इनके शवों के पास से उनकी मोटरसाइकिल और मोबाइल भी बरामद किये हैं। इन दोनों के शवों पर खून के निशान पाये गये हैं। कुछ लोग बज्रपात की घटना में इनकी मौत की आशंका जता रहे हैं। घटना की जानकारी इलाके के लोगों को मिली तो सैकड़ों लोग सड़क पर उतर आए। वे दादा-पोता की हत्या का आरोप लगाते हुए मामले की निष्पक्ष जांच और हत्यारों की गिरफ्तारी के साथ-साथ 25-25 लाख रुपये मुआवजा देने की मांग कर रहे थे।

बाद में पुलिस-प्रशासन के अफसर मौके पर पहुंचे। उन्होंने किसी तरह ग्रामीणों को समझाकर शव उठाया और पोस्टमार्टम के लिए भेजा। पुलिस का कहना है कि अगर पोस्टमार्टम में हत्या की बात सामने आई तो पुलिस तत्काल मामला दर्ज आवश्यक कार्रवाई करेगी।

Back to top button