शिक्षक/कर्मचारी

फेडरेशन अध्यक्ष ने इशारों-इशारों में संजय शर्मा पर साधा निशाना….कहा, ये हैं वेतन विसंगति के जनक…”एसोसिएशन वाले बाबा घर बैठे हर दिन दे रहे ज्ञापन, प्रमोशन की आड़ में संगठन को सुरक्षित रखने का कर रहे जुगाड़ “

रायपुर 14 जनवरी 2022। सहायक शिक्षक आंदोलन को लेकर टीचर्स एसोसिएशन की तरफ से हो रहे हमले पर फेडरेशन ने तीखा जवाब दिया है। टीचर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष संजय शर्मा पर इशारों-इशारों में निशाना साधते हुए फेडरेशन के अध्यक्ष ने उन्हें विसंगति के जनक कहा है। मनीष मिश्रा मिश्रा ने कहा आंदोलन को तोड़ने में इस संगठन ने अपनी पूरी आईटी टीम को झोंक दिया था। संजय शर्मा को कथित तौर एसोसिएशन के बाबाजी करार देते हुए कहा है कि सहायक शिक्षकों के इस दुश्मन ने घर बैठे ज्ञापन तैयार किया। हर दिन ज्ञापन के जरिये वो ये संकेत देने की कोशिश कर रहे है कि प्रमोशन की आड़ में किसी तरह से उनका संगठन सुरक्षित रह सके। फेडरेशन ने कहा है कि सहायक शिक्षकों की विसंगति के जनक एक पुराने बाबा ने नया चोला ओढ़कर एक बार फिर सहायक शिक्षकों को ठगने के लिए रोज ज्ञापन के नाम पर अलग-अलग अपना विज्ञापन प्रसारित कर रहे है और स्वयं को सहायक शिक्षक का सबसे हितैषी साबित करने में लगे है।

इनकी कारगुजारी का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इन्होंने फेडरेशन के आंदोलन को तोड़ने में अपनी आई टी सेल की पूरी ताकत झोंक दी और आंदोलन खत्म होते ही एसोसिएशन के बाबा जी ने आनन फानन में घर बैठकर यह मैसेज चलवाया कि हम तत्काल आंदोलन का वेतन दिलवा रहे हैं और परिणाम…..जबकि फेडरेशन के पदाधिकारी इसके लिए मंत्रालय में जाकर अधिकारियों से मिले हैं और हां जिस दिन वेतन का आदेश जारी हो जाएगा तो एसोसिएशन के बाबा जी मैसेज चलाएंगे कि हमारे प्रयास से वेतन मिला क्योंकि हमने घर बैठे ज्ञापन दिया था।

बस यही हाल पदोन्नति का है , सहायक शिक्षकों के होने वाले आंदोलन को देखते हुए सरकार ने पदोन्नति की सौगात दी ताकि बहुत से लोग 4200 के ग्रेड पे पर पहुंच जाएं उसके बाद भी फेडरेशन ने हड़ताल किया और

“इधर बाबा जी ने कैबिनेट की बैठक के चंद घंटे पहले अंदर की खबर जुटाकर यह मैसेज चलवा दिया की पदोन्नति में रिलैक्सेशन किया जाए”।

अधिकांश संगठन के लोगों को कैबिनेट के होने वाले इस निर्णय के बारे में पता था लेकिन किसी ने भी श्रेय लेने की कोशिश नहीं की पर बाबा जी से रहा नहीं गया और आज विज्ञापन लगाते घूम रहे हैं कि एसोसिएशन के थीम पर पदोन्नति हो रहा है । उन्हें शायद यह भी नहीं पता की कैबिनेट बैठक के मिनट्स 24 से 48 घंटे पहले कैबिनेट में शामिल होने वाले मंत्रियों को दे दिए जाते हैं । 10 घंटे पहले आपके सोशल मीडिया में मैसेज चला देने से आपकी थीम पर पदोन्नति हो जाए ऐसा नहीं है । यही वजह है कि सरकार ने प्राचार्य पद पर पदोन्नति नहीं निकाली जो आपका मेन थीम है यदि उनका थीम सफल हुआ होता तो प्राचार्य पद पर प्रमोशन होता सरकार को सहायक शिक्षक को मुख्य रूप से देना है इसलिए ऐसा किया गया है ।

सच्चाई तो यह है कि एसोसिएशन के बाबा जी काला चश्मा लगाकर और वीडियो बनाकर इस कोशिश में लगे हुए हैं कि किसी भी तरीके से पदोन्नति का श्रेय मिल जाए और उनकी दुकानदारी चलती रहे ।

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