क्राइम

WhatsApp वीडियो कॉल पर न्यूड VIDEO बनाकर करते थे ब्लैकमेल ….लड़कों का सेक्सटार्सन गिरोह लड़की बनकर लड़कों को फंसाता था…. अनजानों से व्हाट्सएप चैट पड़ सकता है महंगा …

भिलाई 14 मार्च 2022। सोशल मीडिया पर लड़की बनकर लड़कों को जाल में फंसाने वाले शातिर गिरोह का पर्दाफाश हुआ है। लड़कों को सेक्सटार्सन में फंसाने वाले गिरोह के एक सदस्य को दुर्ग पुलिस ने हरियाणा से गिरफ्तार किया है। आरोपी बडे ही शातिराना अंदाज में पिछले दो वर्ष से देश के कई लोगों को अपना शिकार बना रहा था।

आरोपी वकील अहमद ने विगत अक्टूबर 2021 में दुर्ग जिले के ग्राम बोरी का एक युवक इसके जाल में फंस गया। और युवक ने परिवार के डर से आरोपी को 17 हजार दे भी दिया था उसके बावजूद आरोपी वकील अहमद द्वारा और पैसे की मांग करने लगा जिससे परेशान होकर युवक ने आत्महत्या कर ली थी। इस घटना के बाद पुलिस जांच में जुटी हुई थी। पुलिस की जांच में यह बातें सामने आई थी कि मृतक कुछ दिनों से काफी परेशान था और एक युवती के द्वारा ब्लेकमेल किए जाने की बातें सामने आई। इस इनपुट पर पुलिस ने कार्य किया । पुलिस की सूक्ष्मता से जांच करने पर आरोपी के मेवात हरियाणा में होने की जानकारी मिली। जिसके बाद दुर्ग पुलिस ने एक टीम गठित कर आरोपी को पकड़ने के लिए हरियाणा के रवाना हुई

आरोपी को पकड़ने के लिए पुलिस को किसान बनाकर गांव में जाना पड़ा

पुलिस हरियाणा के लोहिंगाखुद गांव में कुछ दिनों पूर्व दो पक्षो में खूनी संघर्ष होने की जानकारी के बावजूद दुर्ग पुलिस ने गांव में 3 दिनों से किसान मजदूर बनकर डेरा डाले बैठी रही और मौका देखकर आरोपी को धर दबोचा। पुलिस की पूछताछ में आरोपी ने अपना जुर्म कबूल किया है। आरोपी ने पुलिस को बताया है कि वो पिछले 2 वर्षो से इसी तरह का कार्य कर रहा था। आरोपी महज तीसरी कक्षा तक पढा है लेकिन तकनीकी रूप से काफी मजबूत है। यह बडे ही शातिराना अंदाज में लोगों को फंसाता था और फिर ब्लेकमेलिंग कर मोटी रकम अपने खाते में ट्रांसफर करवाता था। पुलिस ने बताया कि मेवात में इसी तरह के करीब 25-30 लोग है जो ब्लेकमेलिंग का कार्य कर रहे है। फिलहाल पुलिस ने इस मामले के दो फरार आरोपी जहीर अब्बास और अजरुद्दीन की पतासाजी में जुटी हुई है।

पुलिस बनकर कार्यवाही करने भी देते थे धमकी

आरोपी सोशल मीडिया पर फर्जी फेसबुक आईडी बनाकर उसमें खूबसूरत लड़कियो की फोटो लगाते थे फिर आम लोगो को फ्रैंड रिक्वेस्ट भेजते थे जैसे ही कोई दोस्त बन जाता था उस व्हाट्सएप नम्बर मांगकर वहां बातचीत शुरू करते थे उसके बाद उसे पूरी तरह जाल में फंसाकर वीडियो कॉल पर आने के लिए कहा जाता है और पीड़ित को कपड़े उतारने के लिए कहा जाता है वीडियो कॉल पर आते ही गैंग के गिरोह अश्लील वीडियो चलाते थे और वीडियो कॉल को रिकॉर्ड करके लोगो को ब्लैकमेल करते थे और फिर वीडियो को वायरल करने के नाम पर पैसे की उगाही की जाती है और जो लोगो पैसा नही देते थे उसे साइबर पुलिस बनाकर लोगो को शिकायत आई है कहकर ब्लैकमेल कर पैसा की उगाही की जाती है

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