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25 जुलाई से अनिश्चितकाली आंदोलन की आवाज हुई बुलंद… वीरेंद्र दुबे बोले- कर्मचारियों के हाथ को रख खाली,माननीयों ने भरी अपनी झोली…. DA नहीं मिलने से 6 से 15 हजार का हर माह नुकसान

  • 25 जुलाई से हो अनिश्चितकालीन आंदोलन का आगाज़-प्रदेश कर्मचारियों की यही है आवाज-शालेय शिक्षक संघ

रायपुर 15 जुलाई 2022। कल के कैबिनेट बैठक से एक बार फिर प्रदेश के कर्मचारी ठगे हुए महसूस कर रहे हैं। केंद्र के बराबर मंहगाई भत्ता की मांग को लेकर प्रदेश के अधिकारी कर्मचारी लामबंद हैं। कर्मचारियों के वेतन भत्ते में वृद्धि करने के बजाय विधायक व मंत्रियों के वेतन भत्ते में भारी भरकम की गई वृद्धि से प्रदेश कर्मचारियों में भारी आक्रोश है।

छत्तीसगढ़ शालेय शिक्षक संघ के प्रांताध्यक्ष वीरेंद्र दुबे ने कर्मचारियों की इस तरह से की जा रही उपेक्षा की कड़ी निंदा की है। जो कर्मचारी लगातार धैर्यपूर्वक अपनी मांग कर रहे उन्हें शासन द्वारा नजरअंदाज किया जा रहा है जबकि मंत्री और विधायको का वेतन विगत 3 साल में दो बार बढ़ गया। यह पूरी तरह से पक्षपात है। अब समय आ गया है प्रदेश के कर्मचारी एकजुट हो और एक बड़ा आंदोलन इसके लिए खड़ा करें। 25 जुलाई को अनिश्चितकालीन आंदोलन की घोषणा होनी चाहिए तभी सफलता मिलेगी।

छत्तीसगढ़ शालेय शिक्षक संघ के प्रांतीय महासचिव धर्मेश शर्मा और प्रदेश मीडिया प्रभारी जितेंद्र शर्मा ने कहा कि- केंद्र के बराबर DA नही मिलने से कर्मचारियों को इस बढ़ती मंहगाई में अपना लालन पालन करना मुश्किल हो रहा है ऐसे में शासन द्वारा DA का न बढ़ाया जाना स्पष्टरूप से उपेक्षित किया जाना है। जबकि माननीयों का वेतन जिनकी विगत 3 साल में 2 बार बढ़ी।
केंद्र के बराबर मंहगाई भत्ता और HRA मिले यह प्रत्येक कर्मचारी का अधिकार है।

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