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पुरानी पेंशन लागू होने की बाद भी एलबी संवर्ग को पूर्ण पेंशन की पात्रता नहीं, शिक्षक एलबी संवर्ग अब अनिश्चितकालीन हड़ताल की तैयारी में

बैकुंठपुर 19 जुलाई 2023। अपनी मांगों को लेकर शिक्षक संवर्ग अब मुखर हो गया है। राजधानी की तुता तालाब धरना स्थल मे प्रदेश स्तरीय एक दिवसीय हड़ताल के बाद अब अनिश्चतकालीन हड़ताल की तैयारी है। रायपुर में हुए प्रदर्शन में कोरिया जिले की शिक्षक गण भी शामिल हुए। शासन ने पुरानी पेंशन की योजना तो लागू कर दीं किन्तु शिक्षक एल बी संवर्ग को इसका लाभ मिलता नहीं दिख रहा। क्योंकि सरकार ने जो शर्ते रखी है उस मापदंड तक कोई भी एल बी शिक्षक हो पहुंच ही नहीं पा रहा है।

पहली बात ये हैं कि शासन का 2018 से सेवा गणना का नियम, जिसके तहत पूर्व की सेवा को शून्य कर दिया गया। दूसरा यह कि पूर्ण पेंशन मतलब रिटायरमेंट की समय वेतन का 50 प्रतिशत पेंशन प्राप्त करने की लिए 2018 से रिटायरमेंट तक की कुल सेवा 33 वर्ष होनी अनिवार्य की गयी है। यहाँ ध्यान देने योग्य बात यह है कि 2018 से सेवा की गणना करने पर कोई भी एल बी शिक्षक 33 वर्ष की सेवा तक नहीं पहुंच पर रहा है। जिस कारण शिक्षकों को 50 प्रतिशत पेंशन नहीं मिलने की कारण उनका बुढ़ापा काफ़ी कष्टमय रहेगा।

जिला कोषांलय से प्राप्त जानकारी की अनुसार पेंशन की गणना का सूत्र यह है कि 50 प्रतिशत पेंशन प्राप्त करने की लिए न्यूनतम 33 वर्ष की सेवा है और यदि मान लिया जाये कि किसी शिक्षक एल बी ने 2018 से 26 वर्ष की सेवा पूर्ण की है तो 50 को 33 से भाग देकर जो भी परिणाम आया। उसमे 26 से गुणा करते है तो उत्तर आया 39 प्रतिशत अर्थात उस शिक्षक को रिटायरमेंट की समय 39 प्रतिशत पेंशन की पात्रता होंगी, न की 50 प्रतिशत की। शिक्षक संघर्ष मोर्चा की मांग पेंशन हेतु सेवा अवधि को 33 वर्ष से घटाकर 20 वर्ष किया जाये, जैसा कि केंद्र व अन्य राज्यों मे है। उस स्थिति मे वह शिक्षक जिसे 39 प्रतिशत पेंशन कि पात्रता थी अब पूर्ण 50 प्रतिशत पेंशन की पात्रता होंगी। उसी सूत्र यहाँ यह भी बात ध्यान देने योग्य है कि यदि किसी एल बी की सेवा 2018 से गणना करने रिटायरमेंट की समय पर 10 वर्ष से कम हुयी तो उसे पुरानी पेंशन योजना मे कुछ नहीं मिलेगा, पुरानी पेंशन योजना मे कुछ पेंशन प्राप्त करने की लिए न्यूनतम 10 वर्ष की सेवा अनिवार्य है तभी उसे पेंशन मिलेगा वो भी वेतन का मात्र 17 प्रतिशत ही मिल पायेगा।

इसी परेशानियों को देखते हुए एल बी शिक्षक संवर्ग की प्रमुख पांच शिक्षक संगठनों ने एक जुट होकर मोर्चा तैयार किया जिसमे पांच संगठन शामिल है छत्तीसगढ़ टीचर एसोसिएशन, छ g सहायक शिक्षक फेडरेशन, शालेय शिक्षक संघ, नवीन शिक्षक संघ, संयुक्त शिक्षक संघ कोरिया जिले मे छ ग टीचर एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष रविन्द्र तिवारी, छ ग सहायक शिक्षक फेडरेशन के जिला अध्यक्ष विस्वास भगत, नवीन शिक्षक संघ के जिला अध्यक्ष हरिकांत अग्निहोत्री, शालेय शिक्षक संघ के जिला अध्यक्ष विजेंद्र नाथ यादव यह चारो जिला अध्यक्ष जो कि अब शिक्षक संघर्ष मोर्चा के जिला संचालक है ने संयुक्त रूप से बताया कि हमारी मांग है कि एल बी शिक्षक संवर्ग की सेवा गणना प्रथम नियुक्ति तिथि से की जाये और पूर्ण पेंशन हेतु सेवा की अवधि 33 वर्ष से घटाकर 20 वर्ष किया जाये जो कि हमारी जायज मांग है।

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