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लोकसभा चुनाव 2024 : कोरबा लोकसभा में एक बार फिर गेम चेंजर साबित होगा तानाखार विधानसभा क्षेत्र, CM साय आज लगातार दूसरे दिन पहुंच रहे कोरबा

कोरबा 19 अप्रैल 2024। छत्तीसगढ़ के बस्तर में आज मतदान जारी है। चप्पे-चप्पे पर फोर्स की मौजूदगी में लोग बढ़-चढ़कर मतदान कर रहे है। उधर दूसरे और तीसरे चरण के चुनाव को लेकर छत्तीसगढ़ में सरगर्मी तेज होती जा रही है। बात करे हाई प्रोफाइल सीटों में शामिल कोरबा की तो यहां पाली-तानाखार विधानसभा क्षेत्र कोरबा लोकसभा चुनाव लड़ रहे प्रत्याशियों के लिए एक बार फिर गेम चेंजर साबित होगा। मौजूदा वक्त में भले ही इस विधानसभा सीट पर गोंगपा का कब्जा है, लेकिन लोकसभा चुनाव में कांग्रेस का गढ़ कहे जाने वाले इस क्षेत्र पर कांग्रेस और भाजपा का पूरा फोकस है। लिहाजा एक बार फिर इस आम चुनाव में तानाखार विधानसभा सीट कोरबा लोकसभा से भाग्य आजमा रहे प्रत्याशियों के लिए गेम चेंजर साबित हो सकता है। यहीं वजह है कि बीजेपी ने यहां अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। सीएम विष्णुदेव साय बैक टू बैक आज लगातार दूसरे दिन कोरबा के तानाखार विधानसभा के प्रवास पर पहुंच रहे है।

गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ की कोरबा लोकसभा सीट पर अब सियासी मुकाबला काफी दिलचस्प होता जा रहा है। एक तरफ जहां कोरबा लोकसभा की सभी आठ विधानसभा क्षेत्र बीजेपी प्रत्याशी के बैनर-पोस्टर और पार्टी के झंडे से पटे पड़े है। वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस का चुनाव प्रचार काफी साइलेंटली चल रहा है। मतलब कांग्रेस प्रत्याशी ज्योत्सना महंत के चुनावी रथ की कमान खुद उनके पति और नेता प्रतिपक्ष डाॅ.चरणदास महंत ने संभाल रखी है। सियासी जानकारों की माने तो डाॅ.महंत ग्राउंड जीरों पर अपने कार्यकर्ताओं को रिचार्ज कर मैदान में डोर टू डोर दस्तक दे रहे है। यहीं वजह है कि नामांकन दाखिल होने के 72 घंटे बाद भी कोरबा सहित अन्य विधानसभा क्षेत्रों में कांग्रेस का झंडा-पोस्टर ज्यादा नजर नही आ रहा है।

वहीं दूसरी तरफ चुनाव प्रचार में पिछड़ रहे कांग्रेस के नेता केंद्र सरकार द्वारा बैंक खातों को सीज करने की दलील देकर जनता के बीच अपनी लाचारी बताकर सहानुभूति बटोरने का भी प्रयास कर रहे है। राजनीति पंडितों की माने तो डाॅ.चरणदास महंत ने पत्नी ज्योत्सना महंत का नाम फाइनल होते ही कोरबा लोकसभा सीट की कमान संभाल ली थी। अब तक के होमवर्क में कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव के दौरान पार्टी में व्याप्त अंतर्कलह और नाराजगी को मिटाने का काम कर सबको एक जुट करने का काम किया है। कांग्रेस के नेता लोकसभा क्षेत्र के गड्ढो को पाटने में पूरी ताकत झोंकने के साथ ही कांग्रेस के गढ़ वाले क्षेत्रों को मजबूत बनाने में प्राथमिकता दे रहे है। इस लिहाज से कांग्रेस मौजूदा वक्त में कोरबा लोकसभा की रामपुर विधानसभा सहित मरवाही, कोरिया और पाली-तानाखार विधानसभा में विशेष रूप से फोकस कर रही है।

पिछले चुनाव में आये परिणाम के आकड़ों पर गौर करे तो ज्योत्सना महंत को पाली-तानाखार विधानसभा क्षेत्र  से मिली लीड ने जीत दर्ज करने में अहम भूमिका निभाई थी। लिहाजा कांग्रेस जहां अपने इस गढ़ को एक बार फिर मजबूत करने में जुटी हुई है। वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस के इस गढ़ में सेंध लगाने के लिए बीजेपी ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। आपको बता दे कि एक दिन पहले ही 18 अप्रैल को सीएम विष्णुदेव साय सरोज पांडे का नामांकन रैली में शामिल होने कोरबा पहुंचे थे। इस चुनावी रैली के ठीक दूसरे दिन आज तानाखार विधानसभा के पसान में सीएम विष्णुदेव साय की जनसभा आयोजित है। मतलब साफ है कोरबा लोकसभा सीट में कांग्रेस का गढ़ कहे जाने वाला तानाखार विधानसभा क्षेत्र एक बार फिर गेम चेंजर साबित होगी।

 

 

 

 

 

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