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मिशन इंद्रधनुष 4.0 की हुई शुरुआत, गर्भवती माताओं व बच्चों का होगा टीकाकरण….. 3 चरणों में संचालित होगा मिशन इंद्रधनुष अभियान

रायपुर 8 फरवरी 2022। राज्य में मिशन इंद्रधनुष 4.0 के तहत 7 फरवरी से नियमित टीकाकरण को गति देने के लिए मिशन इंद्रधनुष 4.0 की शुरूआत की गयी है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा राज्य के 05 जिलें बस्तर, धमतरी, दुर्ग, कांकेर एवं राजनांदगाॅव में एक साथ ही यह अभियान संचालित किया जा रहा है। कोरोना वैक्सीन से जहां एक तरफ वयस्क सुरक्षित हो रहे हैं, लेकिन बच्चे अभी तक खतरे में हैं। ऐसे में नियमित टीकाकरण से वंचित बच्चों तक लाभ पहुंचाने के लिए सघन मिशन इंद्रधनुष 4.0 अभियान चलाया जा रहा है।

इन जिलों में स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं एवं मितानिनों द्वारा गृह भ्रमण कर नियमित टीकाकरण से छूटे लाभार्थियों का चिन्हांकन कर सूची बनाई गई है। अभियान के अंतर्गत जन्म से 2 वर्ष तक के 5 हजार 435 बच्चें एवं 2 हजार 604 गर्भवती माताओं का टीकाकृत किए जाने का उद्देश्य रखा गया है। अभियान के जरिए नियमित टीकाकरण से वंचित बच्चों तक पहुंचने का प्रयास किया जा रहा है।

राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन छत्तीसगढ़ के मिशन संचालक सह संचालक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण डाॅ. प्रियंका शुक्ला ने बताया कि यह अभियान राज्य में 3 चरणों में संचालित किया जाएगा जिसमें प्रथम चरण 7 फरवरी से 13 फरवरी द्वितीय चरण 07 मार्च से 13 मार्च एवं तृतीय चरण 4 अप्रैल से 10 अप्रेल तक संचालित किए जाएंगे। प्रत्येक चरण सात दिवस के होंगे। अभियान में गर्भवती माताओं को भी शामिल किया गया है जो किन्ही कारणों से टीडी 1, टीडी 2 और बूस्टर टीडी के टीके नहीं लगवा पाई है। अभियान के तहत नियमित टीकाकरण से छूटे जन्म से 2 वर्ष तक के बच्चों को बीसीजी, पोलियो, डिप्थेरिया, टिटनेस, कुकुर खाॅसी, हेपेटाइटिस-बी, हिमोफिलियस, इन्फ्लुएंजा-बी, रोटावायरस, निमोनिया, दिमागी बुखार, खसरा, रूबेला, एवं जैपजीन, इन्सेफेलाइटिस के टीके लगाए जाएंगे।

इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने बड़े स्तर पर तैयारी की है। राज्य में चिन्हित जिलों में प्रथम चरण में 2199 सत्र आयोजित किये जाएंगे जिससे 5400 से अधिक 02 वर्ष तक के बच्चे एवं 2600 से अधिक गर्भवती माताएं टीकाकृत होंगी। सभी टीकाकरण सत्र जिलों के चिन्हाकित ग्रामों के आंगनबाड़़ी केन्द्रों में आयोजित किए जाऐंगे।

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