आज ही शुरू करें ये बिजनेस, लाखों में होगी कमाई
आज ही शुरू करें ये बिजनेस, लाखों में होगी कमाई

आज ही शुरू करें ये बिजनेस, लाखों में होगी कमाई. यदि आप भी नौकरी के साथ-साथ बिजनेस शुरू करना चहते है ,तो ये आर्टिकल आपके लिए है। हम आपको एक ऐसे धमाकेदार पैसा कमाने वाले बिजनेस की जानकारी देने वाले है,जिससे की आप सिर्फ और सिर्फ 3 महीने में ही करोड़पति बन जाओगे।
आज ही शुरू करें ये बिजनेस, लाखों में होगी कमाई
मेंथा की खेती
हम बात कर रहे है मेंथा की खेती की,जिसकी गिनती हर्बल उत्पादों में की जाती है। कोरोना काल के बाद से दुनिया भर में हर्बल और आयुर्वेदिक दवाओं की मांग बहुत ज्यादा बढ़ गई है। इसलिए किसान अब अनाज और सब्जियों की फसलों के साथ-साथ हर्बल फसलों का उत्पादन करने पर बहुत ज्यादा जोर दे रहे हैं। जड़ी-बूटियों यानी की औषधियों की फसलो का उत्पादन करने से लागत से 3 गुना ज्यादा मुनाफा होता है.
मेंथा की खेती की जाती है?
मेंथा की खेती फरवरी से अप्रैल के बीच में की जाती है,और इसकी कटाई जून में की जाती है। मेंथा के बीज को उसके पत्तियों से निकाला जाता है. मेंथा की फसल को हल्की नमी की जरूरत पड़ती है। हर 8 दिन के अंदर में इसकी सिंचाई की जाती है. प्रति हेक्टेयर मेंथा से लगभग 125-150 किलोग्राम तेल निकला जा सकता है.
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मेंथा से कमाई होगी
मेंथा की खेती एक नकदी फसल है.मेथी की फसल का उत्पादन करने में बहुत काम लागत लगती है. मेथा की फसल 90 से 110 दिन में तैयार हो जाती है. मेंथा की फसल में किसानो द्वारा लगाई गयी लागत का पैसा भारी मुनाफे के साथ वापस मिल जाता है.प्रति एकड़ मेंथा की फसल का उत्पादन करने में 20,000 से 25,000 रुपये की लागत का खर्चा आता है .
लाखों में होगी कमाई
मेंथा का मार्केट रेट लगभग 200 रुपये रहता है । फसल की कटाई के बाद मेंथा की फसल प्राप्त आय लगभग 1 लाख रुपये तक पहुंच जाती है। इसलिए आप यह फसल से 3 महीने में 3 गुना अच्छा खासा पैसा कमा सकते है, इसी कारण से किसान मेथा की फसल को हरा सोना भी कहते है. अगर आप भी दबाकर पैसा कमाना चाहते है, तो शुरू करे ये बिजनेस
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मेंथा क्या है?
मेंथा को देश में अलग-अलग नामों से जानते है. इसे पुदीना, पुदीना, कैम्फोर्मिंट और सुंधी तपत्रा के नाम से भी जानते है.मेथा का उपयोग दवाओं, तेल, सौंदर्य उत्पादों, टूथपेस्ट और कैंडी जैसे पदार्थ बनाने में किया जाता है. मेथी की फसल के लिए अच्छी मिट्टी का पीएच मान 6.5 से 7.5 के बीच होना चाहिए. मेथा की पत्तिया पोषक तत्वों से भरपूर होती हैं