हेडलाइन

“मात्र 6% महंगाई भत्ता से नाखुश, 22 अगस्त से बेमियादी हड़ताल होगा”…फेडरेशन का गुस्सा भड़का

जगदलपुर।एक ऐसा संगठन जो हड़ताल में एक भी दिन सड़क पर उतरा नहीं और हड़ताल से दूर रहा , ऐसे संगठन के प्रतिनिधिमंडल के साथ माननीय मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ शासन ने चर्चा कर मात्र 6% महंगाई भत्ता राज्य के कर्मचारी अधिकारी को देने पर सहमति दी है , इससे समूचे छत्तीसगढ़ के कर्मचारी व अधिकारी नाखुश हैं ! छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के संभाग प्रभारी कैलाश चौहान ,संभागीय संयोजक गजेंद्र श्रीवास्तव , जिला संयोजक आर डी तिवारी ने बताया कि केंद्र के समान देय तिथि से 34% महंगाई भत्ता तथा सातवें वेतनमान में गृह भाड़ा भत्ता की मांग कर रहे प्रदेश के 4:50 लाख से अधिक कर्मचारी अधिकारी पहले 29 जून को एक दिवसीय हड़ताल पर रहे उसके बाद 25 से 29 जुलाई 2022 को पांच दिवसीय हड़ताल पर रहे फिर भी सरकार द्वारा मांगों को अनदेखा करने के कारण 22 अगस्त से अनिश्चितकालीन हड़ताल करने का नोटिस मुख्य सचिव छत्तीसगढ़ शासन को दे दिया गया था ! छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के प्रांतीय नेताओं के साथ दो दौर की सचिव स्तरीय चर्चा के बाद भी कोई सकारात्मक परिणाम नहीं आया और कर्मचारी अधिकारी 22 अगस्त से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने हेतु मजबूर हो गए! छत्तीसगढ़ सरकार ने चालबाजी करते हुए जो हड़ताल में नहीं रहे उस प्रतिनिधिमंडल को बुलाकर मात्र 6% महंगाई भत्ता पर सहमति व्यक्त करा लिए जिससे 4:50 लाख से अधिक हड़ताली कर्मचारी जो धूप में ,पानी में ,सड़क में ,मंहगाई भत्ता के लिए चिल्लाते रहे उनकी भावनाओं पर कुठाराघात हुआ! ऐसे चाटुकार नेताओं की निंदा कर रहे हैं ! फेडरेशन जिला बस्तर से जुड़े समस्त कर्मचारी संगठनों के प्रतिनिधि प्रांत अध्यक्ष टार्जन गुप्ता, शिव मिश्रा ,अजय श्रीवास्तव, मधुसूदन यादव, नारायण मौर्य ,रज्जी वर्गीस, धर्मेंद्र देवांगन ,धनंजय देवांगन ,हरीश पाठक ,देवदास कश्यप ,राजकुमार झा, आनंद कश्यप ,उदय किशोर पांडे, पीआर देवांगन ,मनोज कुमार, मोतीलाल वर्मा ,जे एन जोशी, हरीश साहू , रमाऊ लाल शर्वा,जेआर कोसरिया ,अनिल यादव ,राजेंद्र परगनिया , भेनेष श्रीवास्तव ,राम मरकाम ,रविंद्र विश्वास, मुरलीधर सेठिया ,अरुण चोरिया ,बसंत लाल जैन, रामनाथ कश्यप ,मनीष श्रीवास्तव ,अंकित गुप्ता ,बलीराम पुजारी ,शैलेंद्र तिवारी ,देवराज खूटे, पल्लव झा, सत्यप्रकाश बाग, सुशील पांडे, (महिला प्रकोष्ठ )श्रीमती आशा दान, नीलम मिश्रा ,पूर्णिमा देहारी, भारती गिरी ,हेमलता नायक, योगेश्वरी शर्मा ,दुर्गा वर्मा , दीपा मांझी आदि नेताओं ने कहा कि जो लोग हड़ताल में नहीं रहे उन नेताओं से चर्चा करना शासन की कूटनीति है , वे लोग पहले भी हड़ताल में नहीं रहे और अभी भी नहीं है जिस प्रकार छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन का गत तीन चरणों का आंदोलन पूरे छत्तीसगढ़ में सफल रहा आगे चौथा चरण का आंदोलन 22 अगस्त से अनिश्चितकालीन हड़ताल भी बस्तर जिला में सफल होगा !जिसकी व्यापक तैयारी पूर्ण हो चुकी है तथा समस्त कर्मचारी अधिकारी 22 अगस्त से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जा रहे हैं !

Back to top button