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विधानसभा ब्रेकिंग : जल जीवन मिशन पर सदन में जोरदार हंगामा…. विपक्ष का वाकआउट….बृजमोहन ने की सदन की कमेटी से जांच की मांग

 रायपुर। जल जीवन मिशन को लेकर आज विधानसभा में मुददा गूंजा। योजना में केंद्रयांश और राज्यांश के अंतर को लेकर अजय चंद्राकर ने सवाल खड़े किये। अजय चंद्राकर ने पिछले तीन साल में राज्यांश का पूरा पैसा नहीं दिया गया, जिसकी वजह से योजना पूरी नहीं हो पायी। ठेकेदारों को पैसों का भुगतान नहीं हो पाया। अजय चंद्राकर ने कहा कि राज्य का पूरा पैसा नहीं मिल पा रहा है।

जवाब में मंत्री रूद्र कुमार गुरू ने कहा कि कोरोना काल की वजह से काम में विलंब हुआ है। वहीं केंद्र से भी राशि देरी में आयी, जिसकी वजह से काम में देरी हुई है। मंत्री रूद्र कुमार गुरू ने कहा कि 25 प्रतिशत का काम पूरा हो चुका है, राज्य सरकार जल्द से जल्द काम को पूरा करायेगी।

सदन में अजय चंद्राकर ने बताया कि राज्य सरकार दावा करती है कि नक्सल क्षेत्र कम हुआ है, फिर नक्सली क्षेत्रों काम नहीं होने की बात क्यों कही जा रही है। जवाब में मंत्री रूद्र कुमार गुरू ने कहा कि नक्सलियों का प्रभाव कम हुआ है, लेकिन अभी वो खत्म नहीं हुए हैं, ऐसे में रायपुर के किसी ठेकेदार नक्सल क्षेत्र में काम किया जाता है, तो काम करने नहीं जाते। इसकी वजह से टेंडर का काम पूरा नहीं हो सका।

इसी सवाल पर सप्लीमेंट्री पर नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि केंद्र की योजनाओं का राज्य की जनता को लाभ नहीं मिले, इसका षड़यंत्र रचा जा रहा है। गरमी के मौसम में पानी के लिए राज्य की जनता तरसती रही, लेकिन पानी का हर घर में पहुंचाने का जो लक्ष्य रखा गया था, वो पूरा नहीं हुआ। नेता प्रतिपक्ष ने जानबूझकर देरी करने का आरोप लगाया है।

वरिष्ठ विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने इस मामले में सदन की कमेटी बनाकर जांच की मांग की। वहीं विधायक रजनीश सिंह ने पूछा कि राज्यांश कितना मिला है। उन्होंने कहा कि बलरामपुर, सूरजपुर और दंतेवाड़ा में कई शिकायतें आयी है, इस पर क्या कार्रवाई की गयी है, जवाब में मंत्री रूद्र गुरू ने बताया कि जिस भी अधिकारी पर आरोप है, उन्हें अन्य जगह पर अटैच कर दिया गया है और उनके खिलाफ विभागीय जांच चल रही है।

इस मामले को लेकर विपक्ष ने तीखे आरोप सत्ता पक्ष पर लगाये, जिसके बाद विपक्ष ने वाकआउट कर दिया।

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