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बाढ़ की चपेट में 22 राज्यों के 235 जिले; यूपी, उत्तराखंड, गुजरात, हिमाचल और महाराष्ट्र में अलर्ट जारी

देशभर में एक बार फिर मानसून फुल एक्टिव है और आधे हिंदुस्तान पर कहर टूटा है। महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश में भी बाढ़ का कहर देखने को मिल रहा है। महाराष्ट्र के यवतमाल में बाढ़ में फंसे लोगों को एयरफोर्स के हेलीकॉप्टर से रेस्क्यू करना पड़ा तो वहीं तीन दिनों से जारी बारिश और बाढ़ में 2 महिलाओं समेत तीन की मौत हो गई है। इधर हिमाचल के कोटखाई में बारिश के बाद एक बिल्डिंग गिर गई। उज्जैन के महाकाल मंदिर में पानी प्रवेश कर गया है। एमपी के बुरहानपुर में भी ताप्ती नदी खतरे के निशान से तीन मीटर ऊपर बह रही है। इतना ही नहीं हथिनी कुंड बैराज से पानी छोड़े जाने के बाद एक बार फिर दिल्ली वालों को बाढ़ का खतरा सताने लगा है। इधर यूपी के कई जिलों में भी बाढ़ ने परेशानी बढ़ा दी है।

लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने में लगे बचाव दल
मूसलाधार बारिश के कारण कई आवासीय इलाकों और बाजारों में बाढ़ के कारण नवसारी और जूनागढ़ सबसे अधिक प्रभावित जिलों में से हैं। अधिकारियों ने लोगों से सावधानी बरतने का अनुरोध किया और उनसे किसी भी अप्रिय घटना या आपातकालीन स्थिति के मामले में नियंत्रण कक्ष से संपर्क करने का आग्रह किया। लोगों को बांधों और आसपास के क्षेत्रों में न जाने की चेतावनी दी गई थी। निचले इलाकों में रह रहे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए बचाव दलों को लगाया गया है।

नवसारी में बाढ़ से जनजीवन अस्त-व्यस्त
नवसारी जिले में भारी बारिश से शहरी और ग्रामीण इलाकों में बाढ़ के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। राज्य आपातकालीन अभियान केंद्र (एसईओसी) ने बताया कि जिले के नवसारी और जलालपुर तालुकों में सुबह छह बजे से शाम चार बजे के बीच क्रमश: 303 और 276 मिलीमीटर बारिश हुई। नवसारी शहर में एक पिता-पुत्र उफनते नाले में बह गए। एक अधिकारी ने बताया कि व्यक्ति को बचा लिया गया है जबकि बेटे का पता लगाने के प्रयास किए जा रहे हैं।

मुंबई-अहमदाबाद राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात जाम
शनिवार सुबह कुछ घंटों में 200 मिमी से अधिक बारिश ने शहर की जल निकासी प्रणाली को प्रभावित किया, जिससे पानी सड़कों और निचले इलाकों में फैल गया। अतिरिक्त कलेक्टर केतन जोशी ने कहा कि इससे शहर में बड़े पैमाने पर यातायात जाम हो गया और एक समन्वित प्रयास के माध्यम से स्थिति को नियंत्रण में लाया गया। जोशी ने बताया कि खाली गैस सिलेंडर रखने वाले गोदाम में दीवार गिरने से पानी वहां घुस गया जिससे एलपीजी कंटेनर बह गए। अधिकारियों ने बताया कि भारी बारिश के कारण बाढ़ के कारण नवसारी के पास मुंबई-अहमदाबाद राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात जाम हो गया।

महाराष्ट्र पर टूट रहा सबसे ज्यादा कहर

देश के 22 राज्यों के 235 जिले बाढ़ से प्रभावित हैं। आज  गुजरात, हिमाचल, महाराष्ट्र, उत्तरखंड और उत्तर प्रदेश में भारी बारिश का अलर्ट है। इन दिनों बारिश का सबसे ज्यादा कहर महाराष्ट्र पर बरपा है। यहां के यवतमाल में 9 से अधिक तहसील बारिश और बाढ़ की चपेट में हैं। यवतमाल में आफत की बारिश से कई रास्ते बंद हो गए जिसके बाद गांवों का संपर्क टूट गया। कई गांव टापू बन गए हैं। लोगों के घरों में बाढ़ और बारिश का पानी घुसने से परेशानी बढ़ गई है। 5000 से ज्यादा लोगो को बाढ़ से सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। 

वहीं आनंद नगर में बाढ़ में फंसे लोगों को बचाने के लिए एयरफोर्स के Mi-17 हेलिकॉप्टर को बुलाया गया। एक मकान की दीवार ढहने से दो महिलाओं की मौत हो गई तो जिले में अबतक बारिश और बाढ़ से तीन लोगों की जान जा चुकी है। महाराष्ट्र के रायगड में पहाड़ खिसकने के बाद इरसाल वाडी गांव में चौथे दिन भी रेस्क्यू जारी है। हादसे में अब भी गांव के 78 लोग लापता हैं, तो अब तक 27 शव बरामद किए जा चुके हैं। मुंबई भी लगातार हो रही बारिश से पानी-पानी है। कई निचले इलाकों में पानी भर गया है।

हिमाचल में बारिश के बाद जगह-जगह लैंडस्लाइड
दूसरी तरफ पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश में भी हाल बुरा है। यहां शिमला जिले के कोटखाई में भारी बारिश के बाद खालटूनाला में एक बिल्डिंग गिर गई। वहीं, कोटखाई अस्पताल में लैंडस्लाइड का मलबा घुस गया। शिमला के ही रोहड़ू चिड़गाव के लेला में बादल फटने के बाद आए मलबे में कई गाड़ियां दब गईं। साथ ही एक घर भी सैलाब की चपेट में आ गया। घर के साथ तीन लोग लापता हो गए जिनमें से दो के शव बरामद किये गए हैं, एक की तलाश अब भी जारी है। हिमाचल प्रदेश के सिरमौर के नाहन में लैंड स्लाइड की चपेट में आकर सड़क किनारे पार्क की गईं दो गाड़ियां डंगे से नीचे गिर गईं। यहां अगले 24 घंटों में आईएमडी ने चंबा, कांगड़ा, कुल्लू, मंडी, शिमला, सोलन, सिरमौर और बिलासपुर जिलों में भारी बारिश की आशंका के साथ ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। 

अन्य राज्यों का हाल

ओडिशा में बारिश की वजह से कम से कम तीन लोग घायल हो गए और सात मकान क्षतिग्रस्त हो गए। मल्कानगिरि जिले में राष्ट्रीय राजमार्ग 316 के जलमग्न होने से कुछ समय के लिए सड़क संपर्क प्रभावित हो गया। उत्तर प्रदेश के भी कई शहरों में बारिश, जानलेवा साबित हो रही है। पिछले 24 घंटों में वर्षाजनित घटनाओं में 9 लोगों की मौत हो गई। उत्तर प्रदेश में 13 जिलों के 385 गांवों के लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। गुजरात में पिछले एक हफ्ते से सौराष्ट्र क्षेत्र के जूनागढ़, राजकोट, पोरबंदर, भावनगर, जामनगर, गिर सोमनाथ और देवभूमि द्वारका जिलों के कई हिस्सों में मूसलाधार वर्षा हुई है, जिससे गांवों और कस्बों में जलभराव हो गया है। हरियाणा में भी बारिश के बाद बाढ़ से 12 जिले प्रभावित हुए हैं। अब तक 35 लोगों की मौत की खबर है। हरियाणा के पंचकूला, सिरसा समेत कई जिलों में शनिवार-रविवार को भी बारिश का अनुमान है।

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