क्राइम

CG- ब्रेकिंग – कुसमुंडा खदान में हुए गोलीकांड से पुलिस ने उठाया पर्दा, खुद पर गोली चलाकर विरोधियों को फंसाने की थी प्लानिंग, पुलिस ने 2 आरोपी को किया गिरफ्तार, SP भोजराम बोले…

 

कोरबा 7 दिसंबर 2021- एसईसीएल के कुसमुंडा खदान में हुए गोलीकांड के मामले से पुलिस ने पर्दा उठाते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। डीजल माफिया साजिद खान गैंग के गुर्गों ने इस गोलीकांड में अपने विरोधियों को फंसाने की साजिश रची थी। इस साजिश का पर्दाफाश कर पुलिस ने खुद पर गोली चलाने वाले शख्स के साथ उसके एक अन्य साथी को गिरफ्तार किया है।

गौरतलब है कि 28 नवंबर की रात चकरभाठा बिलासपुर निवासी सुमित चौधरी ने कोरबा एसपी को कॉल कर गोलीकांड में घायल होने की जानकारी दी थी। घायल सुमित चौधरी ने एसईसीएल के कुसमुंडा खदान स्थित रेलवे साइडिंग में अशरफ खान द्वारा गोली मारने की शिकायत पुलिस से की थी। जिला अस्पताल में भर्ती घायल सुमित चौधरी के पैर में गोली लगने की जानकारी के बाद पुलिस जब तथाकथित गोलीकांड के तफ्तीश में जुटी, तो कई चौकाने वाले साक्ष्य सामने आए। कोरबा एसपी भोजराम पटेल ने इस पूरे घटनाक्रम की बारीकी से जांच का आदेश दिया गया था। प्रथम दृष्टया ही ये पूरा मामला फ़र्ज़ी लगने पर पुलिस अधिकारियों ने वारदात से जुड़े कड़ियों को जोड़ना शुरू किया गया। साइबर सेल की टीम द्वारा कॉल डिटेल निकाले गए, जिसके बाद यह साफ हो गया कि इस गोलीकांड की स्क्रिप्ट डीजल माफिया साजिद खान के गैंग ने बनाई थी। जांच के दौरान पता चला कि प्रार्थी सुमित चौधरी के पास एक लाल रंग की कार है जिसमें वह हमेशा आना-जाना करता है किंतु वह घटना दिनांक को बुलेट के माध्यम से बिलासपुर जा रहा था, साथ ही कुसमुंडा थाना से नजदीक होने के बावजूद थाना न जाकर सीधे पुलिस अधीक्षक को फोन लगाकर सूचना देना ,बिना काम के बिलासपुर जाते समय घटना स्थल पर जाने की आवश्यकता क्यों हुई ,आदि कई बिंदुओं पर संदेह उत्पन्न हो रहा था ।

पुलिस की जांच में पता चला कि जिन आरोपीगण को नामजद किया गया है, वे लोग घटना समय कही और थे जिसका प्रामाणिक तकनीकी साक्ष्य उपलब्ध है । इस जांच में स्पष्ट हो गया था कि प्रार्थी ने सोची समझी रणनीति के तहत गहरी साजिश रची है , सुमित चौधरी सिर्फ मोहरा है ,पर्दे के पीछे कई आरोपी शामिल है । जांच के दौरान प्रार्थी सुमित चौधरी के जान पहचान एवं दोस्तों की सूची जुताई गई, तो चौंकाने वाला खुलासा हुआ कि सुमित चौधरी पूर्व डीजल माफिया साजिद खान एवं गोपू पांडेय के गैंग का है, साथ ही रायपुर जेल में बंद चीना पांडेय का मुख्य शागिर्द है ,और चीना पांडेय के मोबाइल के उपयोग कर रहा है । इस आधार पर पूरे गैंग के लोगों का कुंडली खंगाला गया , साथ ही प्रार्थी सुमित चौधरी के साथ घटना के समय उपस्थित रहे दूजराम साहू को पूछताछ करने पर वह बार-बार अपना बयान बदल रहा था, और बयान देने में घबरा रहा था, जिससे पुलिस का शक और पुख्ता हुआ । इसी दौरान मुखबिर से जानकारी मिला की घटना दिनांक को सुमित चौधरी,दूजराम र साहू के साथ मुस्तकीम खान उर्फ मुस्सू नामक लड़का भी देखा गया था , इस आधार पर मुस्तकीम खान को हिरासत में लेकर दूजराम साहू और मुस्तकीम खान से एक साथ पूछताछ की गई। पुलिस की पूछताछ एवं तकनीकी साक्ष्यों के आगे गवाह दूजराम साहू और आरोपी मुस्तकीम खान ज्यादा देर तक टिक नही सके और सच्चाई बयां कर दिया।

गोलीकांड में फंसाकर 20 लाख रुपये वसूलने साजिद खान ने बनाया था प्लान…

गवाह दूजराम साहू एवं आरोपी मुस्तकीम खान ने बताया कि पूर्व में साजिद खान अपने साथियों के साथ मिलकर कुसमुंडा दीपका खदान में डीजल चोरी करता था,किंतु करीब चार-पांच महीने से डीजल चोरी बंद है , जिससे साजिद खान बौखलाया हुआ है अशरफ खान, राजा खान और अभिषेक आनंद से साजिद खान का पूर्व का लेनदेन था,जिसे अशरफ वापस नही कर रहा था। इसलिए साजिद खान ने अपने साथी गोपू पांडेय, कमल अग्रवाल, कोमल पटेल, कालीचरण,गौरव ठाकुर, अभिषेक, सुमित चौधरी,मुस्तकीम उर्फ मुस्सू के साथ मिलकर इस घटनाक्रम की साजिश रचा और तय हुआ कि अशरफ खान राजा खान एवं अभिषेक आनन्द के खिलाफ कोई संगीन जुर्म लगाकर उन्हें जेल भिजवा दिया जाए और फिर ब्लेकमेल कर रकम की मांग की जाए । साजिद खान और गोपू पांडेय ने तय किया कि धारा 307 के मामले में फंसाया जाए ताकि लंबे समय तक ये लोग जेल में रहे और केस में समझौता करने के लिए 20 लाख रुपए मांगा जाए ।

1 लाख रुपए में गोली पैर में गोली मारने का हुआ था सौदा…

तयशुदा प्लान के अनुसार गोपू पांडेय ने बताया कि जांघ में गोली लगने से कोई खास नुकसान नही होता है ,फिर शातिर बदमाश चीना पांडेय के शागिर्द सुमित चौधरी को गोली खाने हेतु तैयार किया गया। सुमित चौधरी खुद पर गोली चलवाने के लिए तैयार हो गया , लेकिन अब समस्या गोली मारने वाले की थी । जिसके लिए कोई तैयार नहीं हो रहा था, तब गोपू पांडेय ने मुस्तकीम उर्फ मुस्सू खान नामक शातिर चोर को 1 लाख रुपए सुपारी देकर गोली मारने हेतु तैयार किया और अपने पास रखे पिस्टल को सुमित चौधरी को दिया । तय शुदा प्लान के अनुसार सुमित चौधरी, दूजराम साहू और मुस्तकीम खान उर्फ मुस्सू ने 27 नवंबर को कुसमुंडा रेलवे साइडिंग के पास पहुंचे, लेकिन उस दिन सुमित चौधरी अपने जांघ में गोली मरवाने की हिम्मत नहीं कर सका ,तब सभी लोग वापस आ गए। इस बात की जानकारी होने पर गोपू पांडेय ने धमकाते हुए सुमित चौधरी पर दबाव बनाया गया, जिसके बाद 28 नवंबर को सुमित चौधरी और दूज राम साहू एक बुलेट मोटरसाइकिल में कोरबा से कुसमुंडा रेलवे साइडिंग पहुंचे और मुस्तकीम उर्फ मुस्सू खान अपने मोटरसाइकिल से कुसमुंडा रेलवे साइडिंग पहुंचा , लगभग 9:30 बजे मुस्तकीम खान ने सुमित चौधरी के जांघ में गोली मार दी और वहां से भाग गया, भागते हुए रास्ते में झाड़ियों में उसने पिस्टल को फेंक दिया और फोन कर गोपू पांडे को काम हो जाने की जानकारी दी गई। इसके बाद सुमित चौधरी प्लान के अनुसार अपने साथी दूजराम साहू के साथ बुलेट में बैठकर सर्वमंगला पुल के पास आया और वहीं से पुलिस अधीक्षक कोरबा को फोन लगाकर घटना की सूचना दी गई । मामले में अभी तक आरोपी मुस्तकीम उर्फ मुस्सू खान एवं सुमित चौधरी को गिरफ्तार कर लिया गया है, घटना में प्रयुक्त पिस्टल और खाली कारतूस बरामद कर लिया गया है । मामले में अन्य आरोपी फरार हैं जिनकी तलाश की जा रही है। गौरतलब है कि इस मामले में गिरफ्तार सुमित चौधरी पूर्व में नामी गुंडा बदमाश चिना पांडे के गैंग में रह चुका है, चीना पांडे के साथ अवैध पिस्टल के साथ गरियाबंद जिले में पकड़ा गया था और अवैध पिस्टल के साथ बिलासपुर में भी एक मामले में पकड़ा गया है । चीना पांडे के जेल में रहने के दौरान चीना पांडे के मोबाइल फोन का उपयोग भी सुमित चौधरी ही कर रहा था।

 

NW न्यूज़ से एसपी भोजराम पटेल ने बताया कि गोलीकांड की साजिश साजिद खान गैंग ने रची थी। मामले की विवेचना में खुलासा होने के बाद इस फर्जी गोली कांड में शामिल सुमित चौधरी और उसके साथी को गिरफ्तार किया गया है। वहीं अन्य फरार आरोपियों की तलाश की जा रही है। जिले में कभी भी माफिया राज बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, जो भी जिले की अमन-चैन के साथ खिलवाड़ करेगा, पुलिस उसके साथ हमेशा सख्ती से पेश आएगी।

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