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CG- कैबिनेट ब्रेकिंग: अयोध्या दर्शन करायेगी विष्णुदेव साय सरकार, कैबिनेट में लिया गया फैसला, महाधिवक्ता की भी हुई नियुक्ति

रायपुर 10 जनवरी 2024। विष्णुदेव साय कैबिनेट की अहम बैठक खत्म हो गयी है। बैठक में आज दो बड़े फैसले लिये गये। राज्य सरकार ने जहां 18 से 75 वर्ष के लोगों को अयोध्या दर्शन कराने का फैसला लिया है, तो वहीं नये महाधिवक्ता की भी नियुक्ति की गयी है। बैठक के बाद कैबिनेट में लिये गये फैसलों की जानकारी देते हुए डिप्टी सीएम अरुण साव ने बताया कि राज्य सरकार रामलला दर्शन की शुरुआत करने जा रही है। आज कैबिनेट में इस पर मुहर लगी है। पहले चरण में 55 साल के उम्र से ज्यादा वर्ग के लोगों को अयोध्या दर्शन करेगी। अरूण साव ने बताया कि मोदी की गैरेन्टी देने का सिलसिला लगातार चल रहा है। कैबिनेट बैठक में एक और गैरेन्टी पूरा करने का निर्णय लिया गया है। राज्य सरकार प्रदेश के लोगों अयोध्या दर्शन कराने जा रही है।

अरूण साव ने बताया कि छत्तीसगढ़ सरकार रामलला के दर्शन कराने “रामलला योजना” की शुरुआत करने जा रही है। इस योजना अंतर्गत 18 से 75 वर्ष की आयु के वो लोग, जो जिला मेडिकल बोर्ड से सक्षम पाए जाएंगे उन्हें पात्रता मिलेगी। दिव्यांग के लिए एक सहयोगी के साथ पात्रता होगी। 55 वर्ष से अधिक आयु के लोगो को प्रथम चरण में अयोध्या लेजाया जाएगा। इसके लिए IRCTC के साथ छत्तीसगढ़ सरकार MOU करेगी। IRCTC सुरक्षा से लेकर हर व्यवस्था करेगी।

राज्य सरकार ने महाधिवक्ता की नियुक्ति की है। सीनियर एडवोकेट प्रफुल्ल भारत छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट में लंबे समय से प्रैक्टिश कर रहे हैं । वहीं अतिरिक्त महाधिवक्ता के तौर पर भी प्रफुल्ल भारत अपनी जिम्मेदारी निभा चुके हैं।

इस तरह से कराया जायेगा अयोध्या दर्शन

धार्मिक नगरी अयोध्या में श्री रामलला की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी को होने जा रही है। छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा प्रदेशवासियों को श्री रामलला के दर्शन कराने हेतु अयोध्या ले जाने की घोषणा की गई है। जिसके परिपालन में श्री रामलला दर्शन योजना शुरू की जा रही है।इस योजना का क्रियान्वयन छत्तीसगढ़ पर्यटन मण्डल द्वारा तथा बजट पर्यटन विभाग द्वारा उपलब्ध कराया जाएगा।इस योजना के तहत हर साल लगभग 20 हजार यात्रियों को श्री रामलला दर्शन हेतु यात्रा पर ले जाया जाएगा।छत्तीसगढ़ राज्य के मूल निवासी, 18 से 75 आयु वर्ग के जो जिला मेडिकल बोर्ड द्वारा स्वास्थ्य परीक्षण में सक्षम पाए जाएंगे, उन्हें यात्रा की पात्रता होगी। दिव्यांगजनों के लिए यथा संभव उनके परिवार से कोई एक सदस्य साथ में रहेंगे।


प्रथम चरण में 55 वर्ष से ऊपर के यात्रियों को यह सुविधा उपलब्ध होगी। इसके पश्चात अन्य आयु वर्ग के लोगों को भी यह सुविधा दी जाएगी।
इसके लिए प्रत्येक जिले में कलेक्टर की अध्यक्षता में श्री रामलला दर्शन समिति बनायी जाएगी। प्रत्येक समिति द्वारा अनुपातिक कोटा के अनुसार हितग्राहियों का चयन किया जाएगा। इस यात्रा की दूरी लगभग 900 किलोमीटर होगी। इसके लिए भारतीय रेल्वे केटरिंग एवं टूरिज्म कार्पोरेशन (आईआरसीटीसी) के साथ छत्तीसगढ़ मण्डल द्वारा एमओयू किया जाएगा।आईआरसीटीसी द्वारा यात्रा के दौरान यात्रियों को सुरक्षा, स्वास्थ्य, भोजन, स्थलों के दर्शन, स्थानीय परिवहन तथा एस्कार्ट की व्यवस्था की जाएगी।हितग्राहियों को उनके निवास से निर्धारित रेल्वे स्टेशन तक लाने एवं वापस ले जाने की व्यवस्था संबंधित जिला कलेक्टर द्वारा की जाएगी। इसके लिए उन्हें बजट उपलब्ध कराया जाएगा।


प्रत्येक जिले से यात्रियों के साथ एक सक्षम शासकीय अधिकारी अथवा एक छोटा दल भेजा जाएगा। यात्री दुर्ग-रायपुर, रायगढ़ एवं अंबिकापुर से रेल द्वारा गन्तव्य स्थल के लिए रवाना होंगे। यात्रा का मूल गन्तव्य अयोध्या धाम रहेगा। इसके साथ ही वाराणसी में एक दिन का रात्रि विश्राम, काशी विश्वनाथ मंदिर एवं कॉरीडोर तथा गंगा आरती का दर्शन का लाभ भी यात्रियों को मिल सकेगा। वर्तमान में आईआरसीटीसी द्वारा प्रत्येक सप्ताह में एक ट्रेन उपलब्ध करायी जाएगी। भविष्य में ट्रेन की उपलब्धता अनुसार यात्रियों की संख्या में बढ़ोत्तरी की जा सकेगी

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