बिग ब्रेकिंग

“18 दिन पढ़ाये नहीं, स्कूल बंद रहा और वेतन मांग रहे हो”….. जब सहायक शिक्षकों पर भड़क पड़े शिक्षा मंत्री…. बोले- तुम्हारे अध्यक्ष तो लिखित….

रायपुर 16 जनवरी 2022। सहायक शिक्षकों से सरकार बेहद नाराज है। आज ये नाराजगी खुलकर उस वक्त सामने आ गयी, जब शिक्षा मंत्री से मिलने गये फेडरेशन के पदाधिकारियों पर फट पड़े।

मंत्री प्रेमसाय सिंह ने तो यहां तक कह दिया कि …

“तुमलोगों ने तो हमारी बात मानी नहीं, 18 दिनों तक पढ़ाई नहीं कराये, बच्चों को कितना पढ़ाई का नुकसान हो गया और वेतन मांगने आये हो, तुम्हारे अध्यक्ष को भेजो”

दरअसल आज शिक्षा मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम का वाड्रफनगर दौरा था। वो रघुनाथनगर में एक पुलिया का उदघाटन करने पहुंचे थे। इस दौरान वाड्रफनगर के ब्लाक अध्यक्ष दिनकर पटेल सहित फेडरेशन के कई पदाधिकारी ज्ञापन के साथ उनसे मिलने पहुंचे।

रघुनाथपुर में फेडरेशन के पदाधिकारियों ने जैसे ही परिचय दिया और कहा कि

हड़ताल अवधि का 18 दिन का वेतन नहीं मिला है, आपने अनुमोदन भी कर दिया, उसके बाद भी अधिकारी लोग वेतन का आदेश जारी नहीं कर रहे हैं, विभाग की तरफ से 30 हजार शिक्षकों का प्रमोशन हो रहा है, उसके लिए आपका धन्यवाद है, लेकिन बाकी जो शिक्षक बचेंगे, उनके लिए वेतन विसंगति दूर हो जाता तो अच्छा हो जाता 

ब्लाक अध्यक्ष के नेतृत्व में गये 20-25 सहायक शिक्षकों को प्रतिनिधिमंडल ने इतना कहकर अध्यक्ष ने अपने हाथ में रखे ज्ञापन को उन्हें बढ़ा दिया।

कुछ सेकंड तो मंत्रीजी ने ज्ञापन पढ़ा और फिर पूछा…

वेतन लेने आये हो?

जवाब में फेडरेशन के पदाधिकारियों को कहा , जी। उसके बाद तो मंत्रीजी बिफर पड़े…बोले….

“18 दिन हड़ताल किये, स्कूल पूरा बंद रहा,  बच्चों को पढ़ाई का कितना नुकसान हुआ पता है, तुम्हारे अध्यक्ष बोलते हैं कि लिखित में आश्वासन दीजिये, तब हड़ताल तोड़ेंगे, हमारी बात तो तुमलोगों ने मानी ही नहीं, अभी वेतन की बात कर रहे हो,  अध्यक्ष ने अभी तक मुलाकात भी नहीं की है”

आपको बता दें कि सहायक शिक्षकों ने वेतन विसंगति की मांगों को लेकर 18 दिनों तक हड़ताल किया था। 11 दिसंबर से शुरू हुआ हड़ताल 28 दिसंबर तक चला। पहले शिक्षा मंत्री और प्रमुख सचिव से वार्ता हुई और बाद में मुख्यमंत्री के आश्वासन पर हड़ताल टूटा। शिक्षा मंत्री की नाराजगी वहीं से सामने आ गयी। दरअसल जब शिक्षा मंत्री से मुलाकात हुई थी, तो उस हड़ताल को खत्म करने को लेकर फेडरेशन राजी हो गया, लेकिन बाद में फेडरेशन ने अपना इरादा बदल दिया और हड़ताल जारी रखने का ऐलान कर दिया। लेकिन इस ऐलान के कुछ मिनटों के बाद मुख्यमंत्री का बुलावा फेडरेशन को मिला तो हड़ताल खत्म करने का फैसला ले लिया गया। इस नाटकीय घटनाक्रम में सहायक शिक्षकों का हड़ताल तो खत्म हो गया, लेकिन शिक्षा मंत्री का गुस्सा भड़का दिया। 

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