क्राइम

फर्जी कर्नल को पुलिस ने किया गिरफ्तार ,नौकरी दिलाने का झांसा दे कर करता था ठगने का काम

मेरठ 12 सितम्बर 2023। कंधे पर लगे हुए स्टार वाली वर्दी और इंडियन आर्मी वाला रॉक यह देखकर कोई भी इसे करनल ही समझेगा। लेकिन चौकिये मत यह कोई आर्मी या फिर सेना का अफसर नहीं, बल्कि एक बहरूपिया है… जो सेना में ड्राइवरी की नौकरी करता था। 20 साल पहले रिटायर हो चुका ये शख्स पढ़े-लिखे युवाओं को सेना में नौकरी लगाने के नाम पर लाखों रूपये की ठगी कर चुका है। सेना से रिटायर्ड इस शातिर शख्स की जब असलियत सामने आयी,तो पुलिस ने इसके ठिकाने का पता लगाकर इसेे अब गिरफ्तार किया है, वही उसके बेटे की पुलिस तलाश कर रही है।

जानकारी के मुताबिक सत्यपाल नाम का ये शातिर शख्स सेना में नायक के पद पर पहले काम कर रहा था। लेकिन सेना से रिटायर होने के बाद उसने लोगों के साथ नौकरी लगवाने के नाम पर ठगी कर लोगों को 45 लाख रुपए का चपत लगा चुका है। बताया जा रहा है कि लोगों को झांसा देने के लिए वह फर्जी वर्दी पहनकर खुद को करनल बताता था। इसके साथ ही अपने साथ में कुछ लड़कों को भी रखता था, जो किराए के थे ताकि लोगों को ये विश्वास हो सके कि वह एक कर्नल है। यह लड़के भी आर्मी यूनिफॉर्म में फर्जी करनल के साथ में ही रहते थे, ताकि अगला व्यक्ति प्रभाव में आ जाए और उसे बड़ी ही आसानी से पैसा दे दे। पुलिस के मुताबिक इस ठग ने अब तक 45 लाख रुपए से भी ज्यादा की ठगी कर चुका है।

सेना से रिटायर्ड इस शख्स के शिकार हुए युवको को जब खुद के ठगी होने की जानकारी हुई, तो उन्होने पुलिस से इसकी शिकायत की थी। पुलिस ने एसटीएफ के साथ जानकारी जुटाया गया। एसटीएफ ने इंटेलिजेंस रिपोर्ट के आधार पर आरोपी को गिरफ्तार किया है।। पुलिस की गिरफ्त मंे आये इस फर्जी करनल से पुलिस फर्जीवाड़े के संबंध में पूछताछ कर रही है। एसटीएफ एएसपी बृजेश कुमार सिंह ने बताया कि फर्जी कर्नल बनकर भर्ती का झांसा देने वाला सत्यपाल 1985 में इंडियन आर्मी में भर्ती हुआ था। 2003 में नायक एम्टी ड्राइवर की पोस्ट से रिटायर हुआ था। उन्होेने बताया कि सत्यपाल खुद 10वीं फेल है। इसकी पोस्टिंग मेरठ,लखनऊ सेंटर, सिक्किम, अमृतसर, श्रीनगर जम्मू एंड कश्मीर में रही है।

रिटायरमेंट के 3 साल बाद सत्यपाल को पैरालिसिस हो गया था। इसके बाद सत्यपाल ने पैसा कमाने के लिए यह ठगी का यह तरीका निकाला। युवाओं वर्दी का रौब दिखाकर पहले तो झांसे में लेता था। बाद में सेना में नौकरी लगवाने के नाम पर उनसे रकम लेकर चंपत हो जाया करता था। सत्यपाल सिंह मेरठ के कसेरु बक्सर थाना गंगानगर का रहने वाला है। यहीं से एसटीएफ की टीम ने उसे गिरफ्तार किया है। आपको बता द कि इससे पहले साल 2019 में भी सत्यपाल के खिलाफ ठगी का अपराध दर्ज किया गया था। इसके बावजूद भी ठगी का गोरखधंधा बदस्तूर जारी रहा।

आर्मी इंटेलिजेंस के इनपुट पर एसटीएफ की टीम ने काम करते हुए सत्यपाल को गिरफ्तार किया है। जिसके पास से पांच जॉइनिंग लेटर, स्टांप, सेना की वर्दी और फर्जी पहचान पत्र बरामद हुआ है। एसटीएफ की टीम ने जब पूछताछ की तो कई ऐसे लोग सामने आए जो सत्यपाल की काली करतूत का शिकार हुए हैं और अपने खून पसीने की पूंजी इस शातिर ठग के हाथ में दे चुके हैं। फिलहाल गंगानगर पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और उसके बेटे की तलाश जारी है।

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