हेल्थ / लाइफस्टाइल

गेहूं की रोटियां बढ़ाती है सबसे ज्यादा वजन ….अपनाए ये उपाए, 1 महीने में पेट की चर्बी होगी आधी…

नई दिल्ली 11 अक्टूबर 2023 आटा को अनाज, फलियां, नट्स या बीज को पीसकर बनाया जाता है. इसका उपयोग आमतौर पर बेकिंग में ब्रेड, केक, पेस्ट्री और कई अन्य चीजों को बनाने के लिए किया जाता है. जब वजन घटाने की बात आती है, तो ये ध्यान रखना जरूरी है कि सभी आटे एक समान नहीं बनाए जाते हैं. कुछ आटे अपनी न्यूट्रिशन कंटेंट के कारण वेट मैनेजमेंट में सहायक हो सकते हैं, जबकि कुछ आटे का बहुत ज्यादा सेवन वजन बढ़ाने में योगदान दे सकता है. यहां कुछ प्रकार के आटे हैं जो अक्सर वजन को कम करने में आपकी मदद कर सकते हैं.

  1. साबुत गेहूं का आटा

गेहूं की साबुत गिरी से बने इसमें प्रोसेस्ड आटे की तुलना में ज्यादा फाइबर, प्रोटीन और पोषक तत्व होते हैं. प्रोसेस्ड व्हाइट फ्लोर से अलग, साबुत गेहूं का आटा गेहूं के दाने के फाइबर वाले चोकर और रोगाणु को बरकरार रखता है. इसका मतलब है कि इसमें हाई न्यूट्रिशनल वैल्यू और लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स है, जो ब्लड शुगर में बढ़ोत्तरी को रोक सकता है और वेट मैनेजमेंट में मदद कर सकता है. इसकी हाई फाइबर सामग्री के कारण साबुत गेहूं का आटा तृप्ति की भावना को बढ़ावा देने, पाचन में सहायता करने और वजन को कंट्रोल करने में सहायता करने में मदद कर सकता है.

  1. बादाम का आटा
    बारीक पिसे हुए बादाम से बने बादाम के आटे में कार्ब्स कम होते हैं. बादाम का आटा गेहूं के आटे का एक लोकप्रिय लो-कार्ब और ग्लूटेन-फ्री विकल्प है. ये प्रोटीन, हेल्दी फैट, फाइबर और कई विटामिन और मिनरल से भरपूर है. हाई प्रोटीन और फाइबर सामग्री तृप्ति की भावना को बढ़ावा देने में मदद करती है, जिससे कुल कैलोरी की मात्रा कम हो जाती है. ये ब्लड शुगर लेवल को स्थिर करने और तृप्ति की भावना प्रदान करने में मदद कर सकता है, जिससे ये वेट मैनेजमेंट के लिए अच्छा हो सकता है.
  2. नारियल का आटा
    सूखे और पिसे हुए नारियल से प्राप्त नारियल का आटा ग्लूटेन-फ्री और हाई फाइबर वाला होता है. इसकी हाई फाइबर सामग्री तृप्ति को बढ़ावा देने और ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में मदद कर सकती है, जिससे वेट मैनेजमेंट में मदद मिल सकती है. नारियल के आटे में फाइबर ज्यादा और कार्बोहाइड्रेट कम होता है, जो इसे वजन कम करने की चाह रखने वालों के लिए एक अच्छा विकल्प बनाता है. फाइबर पाचन में सहायता करता है, तृप्ति की भावना पैदा करता है और ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में मदद करता है.
  3. चने का आटा
    पिसे हुए चने से बना यह आटा फाइबर और प्रोटीन से भरपूर होता है. अन्य हाई फाइबर वाले आटे के समान, चने का आटा तृप्ति में योगदान दे सकता है और संभावित रूप से वजन घटाने या मैनेजमेंट में सहायता कर सकता है. चने का आटा, जिसे बेसन या बेसन भी कहा जाता है, पिसे हुए चनों से बनाया जाता है. इसमें हाई प्रोटीन, फाइबर और कार्बोहाइड्रेट होते हैं, जो तृप्ति को बढ़ावा देने में योगदान करते हैं.
  4. क्विनोआ आटा
    क्विनोआ आटा पिसे हुए क्विनोआ से प्राप्त होता है, जो एक अनाज जैसा बीज होता है. ये प्रोटीन, फाइबर और जरूरी अमीनो एसिड का एक बेतरीन स्रोत है. प्रोटीन और फाइबर का कॉम्बिनेशन तृप्ति की भावना को बढ़ाने और कैलोरी की खपत को कम करने में मदद करता है.

यह ध्यान रखना जरूरी है कि हालांकि ये आटे बैलेंस डाइट का हिस्सा हो सकते हैं, लेकिन इन्हें वजन घटाने के लिए एक जादुई समाधान नहीं माना जाना चाहिए. वजन कम के लिए अलग-अलग तरह के फूड्स का सेवन करके, नियमित रूप से व्यायाम करके और हेल्दी लाइफस्टाइल बनाए रखकर कैलोरी की कमी को बनाए रखना है.

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